बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के छोटे बेटे तेजस्वी यादव के विधानसभा क्षेत्र राघोपुर में दबंगों ने दलितों के घर को कथित तौर पर फूंक दिया था। ये सभी दबंग आरजेडी समर्थक बताए जा रहे हैं।
राघोपुर की इस घटना को लेकर पुलिस ने बताया कि इस मामले में 10 लोगों को गिरफ्तार किया है।
बता दें कि दलितों का घर फूंकने से पहले आरजेडी समर्थकों ने उनके साथ मारपीट की और घर में घुसकर लूटपाट भी की थी। घटना मलिकपुर गांव की है।
दलितों का आरोप है कि तेजस्वी यादव के विधायक बनने के बाद से ही लगातार उन्हें निशाने पर लिया जा रहा है। वहां के दलितों का कहना है कि इस संबंध में कोई भी अधिकारी उनकी फरियाद नहीं सुन रहे हैं।
घटना के बाद मौके पर पहुंचे जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के विधान पार्षद और पूर्व मंत्री अशोक चौधरी ने दलितों से बात की। घटना स्थल से लौटने के बाद उन्होंने बताया कि मलिकपुर में 10-12 दलितों के घरों में एक जाति विशेष के लोगों ने आग लगायी।
अशोक चौधरी ने प्रेस कांफ्रेंस कर बिना नाम लिए तेजस्वी यादव को अपने निशाने पर लिया। उन्होंने कहा कि जो लोग और राजनीतिक दल दलितों के उत्थान और उन्हें सबल बनाने की बात करते हैं, उनके नेता के विधानसभा क्षेत्र में ही यह घटना घटित हुई है।
वहीं इस घटना के लिए तेजस्वी ने बीजेपी जेडीयू गठबंधन को जिम्मेदार ठहराया है। अपने ट्विटर हैंडल के जरिए उन्होंने लिखा, 'बिहार में दलितों के घर आग लगाए जाने पर बहुजन एकता तोड़ने के नीतीश-भाजपा के नापाक इरादों का भंडाभोड..तेजस्वी ऐसे बदनाम नहीं होगा।'
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Source : News Nation Bureau