बिहार की राजधानी पटना में किसानों के मुद्दों पर तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन मंगलवार से शुरू होगा. इस सम्मेलन में किसानों की आमदनी बढ़ाने और उनके जीवनस्तर में सुधार करने पर विचार-विमर्श किया जाएगा. पटना के बिड़ला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में 30 अक्टूबर से एक नवंबर तक 'स्थिर नवीन कृषि और सहायक उपक्रमों के माध्यम से किसानों की आमदनी में बढ़ोतरी कर ग्रामीणों की आजीविका में सुधार करने' पर एक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित की जाएगी.
आयोजन समिति के सचिव अनिल कुमार ने सोमवार को बताया कि वाराणसी के सोसाइटी ऑफ अपलिफ्टमेंट ऑफ रूरल इकोनमी (बीएयू), सबौर कृषि विश्वविद्यालय, पूसा कषि अनुसंधान संस्थान सहित कई अन्य संस्थाएं पटना के बीआईटी के साथ इस कार्यक्रम के मुख्य आयोजक हैं.
उन्होंने बताया कि इस सम्मेलन का उद्घाटन राज्य के कृषिमंत्री डॉ़ प्रेम कुमार मंगलवार को करेंगे. सम्मेलन में जैविक खेती, बागवानी, डेयरी, मुर्गी पालन, मत्स्य पालन, मधुमक्खी पालन और अन्य तरीकों के माध्यम से किसानों की आमदनी में सुधार करने पर विचार-विमर्श किया जाएगा.
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इस सम्मेलन में डीआरपीसीएयू, पूसा के वाइस चांसलर डॉ़ आऱ सी़ श्रीवास्तव, भागलपुर स्थित बीएयू सबौर के डॉ़ ए़ क़े सिंह, बिहार कृषि विभाग के निदेशक आदर्श तितरमारे सहित देश और विदेश के कई कृषि विशेषज्ञ शिरकत करेंगे.
कृषि से संबंधित करीब 200-300 शोधपत्र इस सम्मेलन में राष्ट्रीय और विदेशी प्रतिनिधियों की ओर से पेश किए जाएंगे. उन्होंने बताया कि इस सम्मेलन में 300 किसानों में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया है.
Source : IANS