केरल में बीजेपी और आरएसएस नेताओं के खिलाफ हो रही राजनीतिक हिंसा को लेकर अमित शाह ने एक बार फिर से दिल्ली की जनरक्षा यात्रा में सीपीआईएम (कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया, मार्क्सवादी) पर हमला बोला है।
रविवार को अमित शाह ने दिल्ली में बीजेपी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा, 'केरल में राजनीतिक हिंसा हो रही है लेकिन वहां की सरकार खामोश है।'
अमित शाह ने कहा, 'मैं सभी मानवाधिकार कार्यकर्ताओं से पूछना चाहता हूं कि तब वे कहां चले गए थे, जब बीजेपी के 120 कार्यकर्ताओं की जघन्य हत्या कर दी गई। यदि वे हिंसा के खिलाफ हैं तो फिर हमारे वर्कर्स के लिए कैंडल मार्च क्यों नहीं निकालते।'
बीजेपी कार्यकर्ताओं में जोश भरते हुए उन्होंने कहा, 'मेरी खुद इस रक्षा यात्रा पर नजर है। रोजाना 10 हजार कार्यकर्ता पैदल चलेंगे। हमलोग सत्याग्रह करेंगे। हम हिंसा का जवाब हिंसा से नहीं देंगे। मैं सभी लोगों से आग्रह करता हूं कि वे लेफ्ट सरकार को जड़ से उखाड़ फेकें।'
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उन्होंने कहा, 'केरल में कम्यूनिस्ट पार्टी की सरकार और संघ कार्यकर्ताओं का कत्ल किया जा रहा है। मैं बताना चाहता हूं कि जितना ज्यादा आप मारोगे, उतना ही बीजेपी का प्रसार होगा। हम धमकियों से डरने वाले नहीं हैं।'
अमित शाह ने ये भी कहा कि वह हिंसा का जवाब हिंसा से नहीं देंगे। शाह ने कहा कि हम लोगों को जागरुक करेंगे और अपनी लड़ाई लड़ेंगे।
आगे उन्होंने कहा कि केरल के सीएम को शर्म आनी चाहिए क्योंकि उनके चुनावी क्षेत्र में ही सबसे ज्यादा हत्याएं हुई हैं।
अमित शाह ने वाम दलों के साथ कांग्रेस को भी आड़े हाथों लिया। शाह ने कहा, 'कांग्रेस कम्यूनिस्टों का समर्थन करती है। कम्यूनिस्टों का दुनिया से सफाया हो गया है और कांग्रेस का देश से।'
गौरतलब है कि केरल में हो रही राजनीतिक हिंसा को लेकर अमित शाह ने 6 अक्टूबर को केरल से मुख्यमंत्री पिनारई विजयन का विरोध करते हुए जनरक्षा यात्रा की शुरुआत की थी।
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Source : News Nation Bureau