फेसबुक और उसकी मैसेजिंग सेवा ऐप व्हाट्सएप से संबंधों को लेकर विपक्ष की आलोचनाओं का सामना कर रही भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कांग्रेस पर पलटवार किया है. भाजपा ने मंगलवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के संबंध विपक्षी कांग्रेस के साथ ही तृणमूल कांग्रेस के साथ जोड़ते हुए तीखा प्रहार किया है.
कांग्रेस ने मंगलवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की, जिसमें उसने फेसबुक के मुद्दे पर भाजपा पर हमला करना जारी रखा और साथ ही दावा किया कि फेसबुक की वरिष्ठ एक्जीक्यूटिव अंखी दास 2014 के लोकसभा चुनावों में भाजपा के वरिष्ठ नेताओं और सांसदों के संपर्क में थी.
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दूसरी ओर, भाजपा ने इस पूरे मामले में कांग्रेस प्रवक्ता और पूर्व केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी के साथ ही विजया मूर्ती और कविता के. के. जैसे अन्य लोगों के अलावा तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के फेसबुक से कथित पिछले जुड़ाव का हवाला दिया.
भाजपा के सूचना प्रौद्योगिकी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने आईएएनएस को बताया कि फेसबुक की सार्वजनिक नीति टीम में शामिल विजया मूर्ति ने पिछले दिनों कांग्रेस के लिए काम किया था.
मालवीय ने दावा किया कि मूर्ति ने युवा कांग्रेस के राष्ट्रव्यापी चुनावी परियोजना में काम किया था. जनवरी 2012 और अप्रैल 2015 के बीच उनकी लिंक्डइन प्रोफाइल के अनुसार वह एक सामाजिक-राजनीतिक गैर-सरकारी संगठन (एनजीओ) से भी जुड़ी रहीं.
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मालवीय ने यह भी आरोप लगाया कि कविता के. के., जिनकी लिंक्डइन प्रोफाइल से पता चलता है कि वह सोशल मीडिया की दिग्गज कंपनी के लिए काम कर रही हैं और वह अतीत में तृणमूल कांग्रेस के सांसद के लिए भी काम कर चुकी हैं.
कविता के लिंक्डइन प्रोफाइल में 2015 और 2017 के बीच टीएमसी नेता डेरेक ओ. ब्रायन के लिए प्रिंसिपल पॉलिसी एसोसिएट के रूप में काम करने का उल्लेख है.
मनीष तिवारी के इनकार के बावजूद, मालवीय ने दावा किया कि उन्होंने अतीत में अटलांटिक काउंसिल के लिए काम किया था.
भाजपा के आईटी सेल प्रमुख ने कहा, तिवारी को अटलांटिक काउंसिल का एक प्रतिष्ठित सीनियर फेलो नियुक्त किया गया था, जिसे बदले में फेसबुक से राजनीतिक प्रचार करने का काम सौंपा गया था. आप इसे पसंद कीजिए या मत कीजिए, मगर यह एक तथ्य (फैक्ट) है.
उन्होंने दावा किया कि 2019 के आम चुनावों में भाजपा की मूल विचारधारा वाले 700 फेसबुक पेज हटा दिए गए थे. उन्होंने कहा कि इन पेजों पर लाखों समर्थक भी जुड़े थे, लेकिन उन्हें हटा दिया गया.
अटलांटिक काउंसिल द्वारा नौ जनवरी 2017 को जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में इसके तत्कालीन दक्षिण एशिया केंद्र के निदेशक भरत गोपालस्वामी के हवाले से कहा गया है, मनीष तिवारी का हमारी टीम में स्वागत करते हुए हमें खुशी हो रही है. हम उनकी भारत सरकार की सेवा के लिए वर्षों की विशेषज्ञता से उत्सुक हैं और वह दक्षिण एशिया सेंटर की टीम के लिए एक अमूल्य अनुवृद्धि के तौर पर होंगे, क्योंकि हम भारत और उपमहाद्वीप पर अपनी प्रोग्रामिंग को बढ़ाने जा रहे हैं.
तिवारी ने जोर देकर कहा कि यह महज उन्हें बदनाम करने का एक अभियान हैं. उनका दावा है कि वह दक्षिण एशिया सेंटर के एक प्रतिष्ठित वरिष्ठ फेलो थे, जहां उनका कार्यकाल एक जनवरी, 2017 से 31 दिसंबर, 2019 तक था. उनका दावा है कि वह भाजपा के जय पांडा के उत्तराधिकारी के तौर पर थे.
इस बीच कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने भी पूरे मामले पर भाजपा की आलोचना की है, जिसका मालवीय ने भी जवाब दिया है.
उन्होंने दावा किया कि फेसबुक-इंडिया के एमडी अजीत मोहन ने संप्रग के दौर में योजना आयोग के साथ काम किया था. उन्होंने आरोप लगाया कि एक अन्य फेसबुक कर्मचारी सिद्धार्थ मजूमदार, जिन्होंने 'कंपनी की सार्वजनिक नीति टीम में काम किया था', उन्होंने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी के करीबी अहमद पटेल के साथ भी काम किया है.
Source : IANS