कांग्रेस पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भारत-चीन सीमा पर डिसइंगेजमेंट को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधा है. राहुल गांधी ने कहा कि पैंगोंग झील इलाके में हमारे सैनिक फिंगर 3 पर तैनात रहेंगे, जबकि हमारा इलाका फिंगर 4 है. उन्होंने सवाल उठाते हुए पूछा कि क्या मोदी सरकार ने अपना इलाका चीनियों को क्यों सौंप दिया है. इस पर बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने शुक्रवार को बड़ा पलटवार किया. बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने एलएसी पर पैंगोंग झील के उत्तर और दक्षिणी तट पर भारत और चीन के बीच चल रही 'डिसइंगेजमेंट' प्रक्रिया पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी के आरोपों के ऊपर कहा कि वर्तमान 'डिसइंगेजमेंट' प्रक्रिया में सरकार की तरफ से भारतीय जमीन नहीं दी गई है.
बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने एक वीडियो डॉक्यूमेंट्री का एक हिस्सा ट्वीट करते हुए कहा- “अगर किसी ने हजारों वर्ग किलोमीटर जमीन छोड़ने का पाप किया तो यह एक भ्रष्ट, कायर वंश है जिसने देश को अपनी शक्ति को बनाए रखने के लिए तोड़ दिया है.” इस वीडियो में रिटायर्ड बिग्रेडियर मेजर श्रीकांत बता रहे हैं कि तवांग में चाइनीज डमी को घोपने की हमारी ट्रेनिंग चल रही थी..जिसे बाद में बंद करा दिया गया. इस ट्वीट के साथ जेपी नड्डा ने एक वायुसेना के रिटायर्ड कैप्टन का भी वीडियो ट्वीट किया है..जिसमें वो कह रहे हैं कि 26/11 के बाद हम लोग पीओके में जाकर आंतकियों के कैम्पस में अटैक करने वाले थे...और सेंट्रल लीडरशिप के आदेश का एक महीने तक इंतजार करते रहें.
इससे पहले राहुल गांधी ने सवाल उठाते हुए पूछा था कि क्या मोदी सरकार ने अपना इलाका चीनियों को क्यों सौंप दिया है. राहुल गांधी ने कहा कि खुद रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने संसद में बयान दिया कि भारतीय सेना फिंगर-3 पर तैनात रहेगी. राहुल गांधी ने कहा कि जब फिंगर-4 तक भारत का इलाका है तो सेना फिंगर-3 तक ही क्यों तैनात रहेगी. क्या हमले अपना इलाका चीन को दे दिया है? इसका जवाब उन्हें और रक्षा मंत्री को देना चाहिए. क्यों सेना को कैलाश रेंज से पीछे हटने को कहा गया? देपसांग प्लेन्स से चीन वापस क्यों नहीं गया? हमारी जमीन फिंगर-4 तक है. मोदी ने फिंगर-3 से फिंगर-4 की जमीन चीन को पकड़ा दी है.'
बता दें कि राहुल गांधी के आरोपों पर रक्षा मंत्रालय ने भी पलटवार किया है. रक्षा मंत्रालय ने राहुल गांधी के आरोपों को गलत और बेबुनियादी बताया है. रक्षा मंत्रालय ने बताया कि एलएसी (LAC) फिंगर 8 तक है न कि फिंगर 4 तक. जहां तक दोनों तरफ के पोस्ट की बात है तो भारत का पोस्ट फिंगर 3 और चीन का फिंगर 8 पर है. रक्षा मंत्रालय के स्टेटमेंट में देपसांग, गोगरा और हॉट स्प्रिंग पर मतभेद का भी जिक्र किया जा चुका है. उन्होंने कहा कि चीन के साथ समझौते में जमीन नहीं दी गई है.
Source : News Nation Bureau