दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उनके तीन कैबिनेट मंत्रियों द्वारा उप राज्यपाल के कार्यालय में धरना मंगलवार को दूसरे दिन भी जारी रहा। इस धरने को लेकर आम आदमी पार्टी (आप) और विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाए।
यहां मीडिया को संबोधित करते हुए आप नेता और राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने कहा कि आईएएस अधिकारी और उप राज्यपाल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कठपुतली हैं।
सिंह ने कहा, 'उप राज्यपाल कठपुतली हो सकते हैं, लेकिन मास्टरमाइंड मोदीजी हैं जिनके आदेश से दिल्ली सरकार के सारे काम ठप हो गए हैं।'
उन्होंने कहा, 'केजरीवाल बीते 20 घंटों से उपराज्यपाल के कार्यालय में क्यों बैठे हुए हैं? वह अपने लिए कुछ नहीं मांग रहे हैं बल्कि दिल्ली के लोगों के लिए मांग रहे हैं।'
सिंह ने केंद्र सरकार पर दिल्ली की आप सरकार के विरुद्ध होने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा, 'बीते तीन वर्षो से, वे लोग हमारे विरुद्ध काम कर रहे हैं। वे लोग हमारे हाथों मिली हार को पचा नहीं पाए हैं। इस बार हम सबकुछ एकबार और हमेशा के लिए सही करना चाहते हैं। हम हमेशा टकराव नहीं कर सकते।'
दूसरी तरफ, बीजेपी के विधायक मनजिंदर सिह सिरसा ने सिलसिलेवार ट्वीट में आप पर पलटवार करते हुए कहा, 'अपनी विफलता को छुपाने के लिए आप उप राज्यपाल और प्रधानमंत्री पर आरोप लगा रही है।'
उन्होंने पार्टी को 'ड्रामा कंपनी' कहा। उन्होंने कहा, 'जब फर्जी क्रांतिकारी मुख्यमंत्री बन जाता है, प्रदर्शन का यही स्तर होता है। उनके अपने मंत्री फाइल छुपा रहे हैं और वह उप राज्यपाल और मोदीजी पर आरोप लगा रहे हैं।'
सत्येंन्द्र जैन के उपवास पर उन्होंने कहा, 'दिल्ली में लूटमार करने के बाद, अब वह उपवास कर रहे हैं।'
विपक्ष के नेता विजेंद्र गुप्ता ने भी दिल्ली के मंत्रियों पर 'उपराज्यपाल के एयर-कंडीशन कार्यालय में आराम से बैठने का' आरोप लगाया, जबकि बाहर लोग गंभीर जल संकट से जूझ रहे हैं।
गुप्ता ने कहा, 'वे लोग एयर कंडीशन कार्यालय में धरने पर बैठे हुए हैं और बाहर से उन्हें स्वादिष्ट भोजन दिया जा रहा है, जबकि दिल्ली के लोग गंभीर जल संकट से जूझ रहे हैं। यह काम से भागने का एक नया तरीका है।'
गुप्ता ने मीडिया को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री केजरीवाल पर संवैधानिक संस्थानों पर हमला करने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा, 'केजरीवाल और उनकी टीम द्वारा उपराज्यपाल और आईएएस अधिकारियों को धमकाने की रणनीति हमारे संवैधानिक संस्थानों और लोकतांत्रिक मूल्यों पर हमला है।'
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गुप्ता ने कहा, 'उप राज्यपाल संवैधानिक पद धारण करते हैं। वह देश के राष्ट्रपति का प्रतिनिधित्व करते हैं। उनपर किया गया कोई भी हमला हमारे संविधान और लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ किया गया हमला है। उपराज्यपाल से मुलाकात के बाद सोमवार रात को किया गया हाई-वोल्टेज ड्रामा योजनाबद्ध तरीके से तैयार किया गया था।'
उन्होंने कहा, 'केजरीवाल को निश्चित ही अपनी संवैधानिक सीमा में रहना चाहिए और उप राज्यपाल को उनके शक्ति, अधिकार और विवेक से काम करने देना चाहिए।'
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Source : IANS