एक्जिट पोल (Exit Poll) के अनुसार पश्चिम बंगाल (West Bengal) में भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए को ममता बनर्जी की अगुवाई वाली तृणमूल कांग्रेस (TMC) और वाम दलों की मजबूत पकड़ वाली 79 सीटों में से 37 से अधिक सीटें मिलती दिख रही है. टाइम्स नाउ/एबीपी न्यूज/सी वोटर एग्जिट पोल के आंकड़ों के अनुसार 79 महत्वपूर्ण सीटों में से टीएमसी को 40 और भाजपा को 37 में बढ़त लेने की संभावना है और कांग्रेस और सीपीएम ने एक-एक सीट पर कब्जा कर लिया है. भले ही टीएमसी अग्रणी है, लेकिन नंदीग्राम में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) और भाजपा (BJP) के शुभेंदु अधिकारी, जो उनके पूर्व करीबी सहयोगी रहे हैं, के बीच करीबी मुकाबला है.
इन सीटों पर टीएमसी को झटका
तारकेश्वर में भाजपा के स्वपन दासगुप्ता अग्रणी, लेकिन बेहद करीबी सीमांत वोटों के साथ, सर्वेक्षण में पाया गया. देबरा में, दो पूर्व आईपीएस अधिकारी - हुमायूं कबीर (टीएमसी) और भारती घोष (भाजपा) चुनाव लड़ रहे हैं जहां भाजपा आगे चल रही है, एक करीबी मुकाबला. सर्वेक्षण में कहा गया है कि डोमजूर में, भाजपा की राजीव बनर्जी, ममता सरकार में पूर्व मंत्री, बेहद करीबी और सीमांत सीट हैं. सर्वेक्षण के आंकड़ों से पता चलता है कि सत्तारूढ़ टीएमसी को 13 से 15 सीटें मिल सकती हैं. ग्रेटर कोलकाता टीएमसी में 37 से 39 सीटें सुरक्षित होने का अनुमान है, भाजपा को 16 से 18 सीटें मिलने का अनुमान है.
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हाइलैंड्स-उत्तरी हिल्स में नजदीकी मुकाबला
हाइलैंड्स के क्षेत्र में सर्वेक्षण प्रक्षेपण के अनुसार, जबकि टीएमसी को 25 से 27 सीटों पर जीत दर्ज करने की संभावना है, भाजपा को 23 से 25 सीटें मिलने की उम्मीद है. उत्तरी सीमा क्षेत्र में टीएमसी के 29 से 31 सीटों पर विजेता बनने की उम्मीद है और भाजपा को 20 से 22 सीटें जीतने की संभावना है. उत्तरी हिल्स क्षेत्र में, जबकि टीएमसी को 11 से 13 सीटें मिलने की संभावना है, भाजपा को 14 से सीटों पर जीत दर्ज करने की उम्मीद है. दक्षिणी मैदान एक अन्य क्षेत्र है, जहां टीएमसी को बड़ी संख्या में सीटें मिलने की उम्मीद है, क्योंकि पार्टी को 37 से 39 सीटों की उम्मीद है, भाजपा को यहां 25 से 27 सीटें जीतने की संभावना है.
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बीजेपी को इन्होंने दिया जमकर वोट
रुझान इसलिए भी दिख रहे हैं, क्योंकि पश्चिम बंगाल में भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए के समर्थन में पहली बार मतदाता बड़ी संख्या में बाहर आए. हालांकि, महिला मतदाताओं ने ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली टीएमसी के लिए मतदान किया. इस बीच, भाजपा को बड़ी संख्या में ओबीसी, एससी/एसटी और अन्य हिंदू समुदाय के वोट मिले. भाजपा को 45.9 प्रतिशत ओबीसी, 84.1 प्रतिशत एससी, 45.7 प्रतिशत एसटी और 49 प्रतिशत सवर्ण हिंदू वोट भाजपा को मिले. टीएमसी को 35.6 प्रतिशत ओबीसी, 35.4 प्रतिशत एससी, 36 प्रतिशत एसटी और 37 प्रतिशत अन्य हिंदू मतदाताओं का समर्थन मिला.
HIGHLIGHTS
- बीजेपी ने बंगाल में टीएमसी और वाम दलों के गढ़ में लगाई तगड़ी सेंध
- कांग्रेस को हो रहा है सबसे ज्यादा नुकसान, भविष्य को लेकर संशय
- टीएमसी की हर प्रतिष्ठित सीट पर बीजेपी ने फंसाया पेंच