पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ अभद्र टिप्पणी के मामले में भाजपा कार्यकर्ताओं ने पाकिस्तानी दूतावास के पास शुक्रवार को विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान कार्यकर्ताओं ने पाकिस्तान हाय-हाय की नारेबाजी भी की. दिल्ली पुलिस ने इस बीच भाजपा कार्यकताओं को बैरिकेड्स के सहारे रोकने का प्रयास किया. पुलिस ने कई कार्यकताओं को हिरासत में लिया. उन्हें रोकने के लिए वाटर कैनन का इस्तेमाल किया. गौरतलब है कि बीते दिनों पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल जरदारी भुट्टो ने न्यूयॉर्क में पीएम मोदी के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की थी. उसने पीएम मोदी को गुजरात का कसाई कहा था.
आरएसएस के पीएम और विदेश मंत्री हैं
न्यूयॉर्क में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पीएम पर यह अभद्र टिप्पणी करने के बाद बिलावल ने कहा,'मैं भारत को यह बताना चाहता हूं कि ओसामा बिन लादेन तो मर चुका है, लेकिन 'गुजरात का कसाई' अभी भी जिंदा है और भारत का पीएम है.' इसके बाद उसने कहा कि "मोदी के पीएम बनने से पहले अमेरिका में उनकी एंट्री बैन थी. बिलावल ने पीएम मोदी और विदेश मंत्री एस जयशंकर पर आरोप लगाते हुए कहा कि दोनों भारत के नहीं बल्कि आरएसएस के पीएम और विदेश मंत्री हैं. पाक विदेश मंत्री ने कहा, भारत गांधी की विचारधारा के बजाए उनके कातिल के सिद्धांतों में विश्वास कर रहा है. भारत सरकार हिटलर से प्रेरित है.
भारत ने हर बार पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दिया
इस अभद्र टिप्पणी के बाद भाजपा में भारी गुस्सा है. भाजपा सांसद तेजस्वी सूर्या ने पाकिस्तानी दूतावास के पास प्रदर्शन कर रहे कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अछूत बन चुका पाकिस्तान मीडिया में छाए रहने के लिए पीएम मोदी के खिलाफ टिप्पणी करना आरंभ कर दिया है. भारत ने हर बार पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दिया है. उनका कहना है कि बिलावल को पाकिस्तान का पप्पू कहा जाता है. वह लाइमलाइट में आने के लिए इस तरह बयान पहले भी दे चुका है. बिलावल भुट्टो की मां बेनजीर भुट्टो की हत्या आतंकियों ने की थी. भारत आतंकियों के विरुद्ध खड़ा है तो बिलावल का बौखलाना लाजमी है.
पाकिस्तान को तगड़ी फटकार लगाई थी
गौरतलब है कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में बीते बुधवार को एस जयशंकर ने पाकिस्तान को तगड़ी फटकार लगाई थी. उन्होंने पाक को नसीहत दी थी कि जिस देश ने अल-कायदा के प्रमुख ओसामा बिन लादेन जैसे आतंकी को अपने देश में पनाह दी और अपने पड़ोसी देश की संसद पर हमला करवाया, उसे उपदेश नहीं देना चाहिए. दरअसल बिलावल भुट्टो ने यूएन सुरक्षा परिषद में कश्मीर मुद्दे को उठाते हुए कहा था कि यहां पर परिषद मुख्य रूप से वैश्विक शांति और सुरक्षा बनाने के लिए जिम्मेदार है.
Source : News Nation Bureau