नोटबंदी के बाद राजनीतिक दलों के चंदे को लेकर विवाद जारी है। इस बीच एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रैटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) ने कहा है कि देश के 7 राष्ट्रीय पार्टियों को साल 2015-16 में 20,000 रुपये से अधिक की सीमा में 102 करोड़ का चंदा मिला है। यह रकम 1,744 चंदे से मिली है। सबसे अधिक चंदा भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को मिला है।
एडीआर के अनुसार, 'बीजेपी को चंदे में मिली रकम कांग्रेस, एनसीपी, सीपीआई, सीपीएम और तृणमूल कांग्रेस को मिले चंदे से तीन गुना ज्यादा है। चंदा लेने के मामले में कांग्रेस दूसरे स्थान पर है। कांग्रेस को 918 लोगों और संस्था ने 20 करोड़ रुपये चंदे में दिए हैं। चंदे का ब्यौरा पार्टियों ने चुनाव आयोग को सौंपा है।
टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी रिपोर्ट के अनुसार, कांग्रेस और बीजेपी ने 20 हजार रुपये से कम सीमा में कितना चंदा लिया है यह जानकारी नहीं दी है। बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) ने कहा है कि 2015-16 के बीच 20,000 से नीचे का चंदा नहीं मिला है।
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कांग्रेस को 10 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से 1.17 करोड़ रुपये, सीपीआई को 12 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से 22.22 लाख रुपये और बीजेपी को बिहार से 51,000 रुपये दान मिला है। 2014-15 की तुलना में राजनीतिक दलों को मिले चंदे में 84 प्रतिशत की गिरावट आई है।
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HIGHLIGHTS
- राष्ट्रीय पार्टी को 2015-16 में 20,000 रुपये से अधिक की सीमा में 102 करोड़ का चंदा मिला
- बीजेपी को मिला सबसे अधिक चंदा, कांग्रेस दूसरे स्थान पर
- 2014-15 की तुलना में राजनीतिक दलों को मिले चंदे में 84% की गिरावट आई
Source : News Nation Bureau