नोटबंदी पर सदन में विपक्ष के विरोध को देखते हुए सरकार ने अपने सभी राज्यसभा सांसदों को व्हिप जारी किया है और अगले तीन दिनों के लिए सदन की कार्यवाही के दौरान उपस्थित रहने का निर्देश दिया है।
बीजेपी ने अपने सभी राज्यसभा सांसदों से व्हिप जारी करते हुए कहा कि वो 21, 22 और 23 नवम्बर को कार्यवाही के दौरान सदन में ही मौजूद रहें।
ज़ाहिर है विपक्ष सरकार से नियम 56 के तहत नोटबंदी पर स्थगन प्रस्ताव पारित कर चर्चा करवाना चाहती है। लेकिन उस स्थिति में वोटिंग के दौरान राज्यसभा में सरकार के लिए मुश्किल खड़ी हो सकती है। जिसको देखते हुए सरकार ने व्हिप जारी किया है।
दरअसल 17 नवम्बर को नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा था, हम कार्य स्थगन प्रस्ताव लाना चाहते हैं। नियम 56 के तहत नोटबंदी पर चर्चा होनी चाहिए।
वहीं राज्यसभा में टीएमसी, कांग्रेस, सीपीएम, सीपाई, बीएसपी और सपा ने मांग उठाई थी कि जब नोटबंदी पर चर्चा हो तो प्रधानमंत्री भी सदन में मौजूद रहें।
राज्यसभा में चर्चा की शुरुआत करते हुए कांग्रेस के राज्यसभा सांसद आनंद शर्मा ने सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि हम कालाधन और आतंकवाद के ख़िलाफ़ हैं। लेकिन सरकार ने नोटबंदी का निर्णय गलत समय पर लिया। इससे किसानों को और आम आदमी को बहुत दिक्कत हो रही है। यह फैसला बिना किसी तैयारी के लिया गया।