पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय के काफिले को नवग्राम में अचनानक वहां की स्थानीय लोगों ने घेर लिया. बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय ने चारो ओर से अपनी गाड़ी लोगों से घिरे होने के बाद पुलिस को फोन किया लेकिन कोई रिस्पांस नहीं मिला. उन्होंने एसपी और डीजी को भी फोन किया लेकिन कोई असर नहीं हुआ. बाद में कैलाश विजय वर्गीय ने मीडिया से बातचीत करते हुए पश्चिम बंगाल में अराजकता होने दावा किया है. उन्होंने पश्चिम बंगाल की ममता सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि प्रशासन ने उनकी कोई सुनवाई नहीं की. कैलाश विजय वर्गीय ने बताया कि पहले उनकी गाड़ी के दोनों तरफ भीड़ जमा हुई इसके बाद गाड़ी को चारो ओर से लोगों ने घेर लिया. और कोई सुनवाई नहीं हो रही ऐसे में उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल की अराजक सरकार में कुछ भी हो सकता है. यहां किसी का जीवन सुरक्षित नहीं है.
West Bengal Director General of Police Virendra on reports that National General Secretary of BJP Kailash Vijayvargiya was heckled by a mob near Navagram, Murshidabad: We are fully aware about the situation and the violence against senior person like him is condemnable.
— ANI (@ANI) December 18, 2019
थोड़ी देर बाद में बीजेपी नेता के सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें किसी तरह से इस भीड़ के चंगुल से सुरक्षित बाहर निकाला. आपको बता दें कि बीजेपी नेता कैलाश विजय वर्गीय मुर्शिदाबाद जा रहे थे. इस घटना के बाद कैलाश विजयवर्गीय ने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि पश्चिम बंगाल में कानून व्यवस्था की स्थिति इतनी बिगड़ चुकी है कि विपक्ष के नेताओं की जान सुरक्षित नहीं कही जा सकती.
Kailash Vijayvargiya,National General Secretary of BJP: On my way to Murshidabad, many goons surrounded our car in Navagaon. I'm not allowed to go to a programme that I had to attend. There is an attempt to stop us, on directions of Mamata Banerjee. I condemn this. #WestBengal pic.twitter.com/TG67TuaHoU
— ANI (@ANI) December 18, 2019
इसके पहले रविवार को पश्चिम बंगाल में नागरिकता संशोधन कानून को लेकर हुई हिंसा पर भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय सचिव राहुल सिन्हा ने कहा था कि पश्चिम बंगाल के कई हिस्सों में झड़पों और आगजनी की घटनाओं के लिए 'बांग्लादेशी मुस्लिम घुसपैठिये' जिम्मेदार हैं. अगर यही हालात रहे तो पार्टी राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग करेगी. सिन्हा ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को 'तुष्टीकरण की नीतियों' का दोषी ठहराते हुए इस बात का दावा किया था कि इन नीतियों से ही पश्चिम बंगाल में ऐसे हालात पैदा हो रहे हैं. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि, 'ममता बनर्जी ने नागरिकता संशोधन कानून को लेकर राज्य में पिछले दो दिन से जारी हिंसा को रोकने के लिए कोई भी कारगर उपाय नहीं किया.'
आपको बता दें कि नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ पश्चिम बंगाल के कई हिस्सों में हिंसक प्रदर्शन हुए. इस दौरान कई बसों और एक रेलवे स्टेशन परिसर में आगजनी की गई. पुलिस ने बताया था कि मुर्शिदाबाद, उत्तरी 24 परगना जिलों और हावड़ा (ग्रामीण) से भी हिंसा की खबरें मिलीं. इस बीच मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हिंसक प्रदर्शन और तोड़फोड़ करने वालों को कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी.
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो