बीजेपी नेता राम कदम ने शिवसान पर सेना वाले बयान को लेकर निशाना साधा हैं. साथ ही उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी और शरद पवार से सवाल पूछा है. राम कदम ने ट्वीट करते हुए लिखा-राजनीति में आरोप प्रत्यारोप कटाक्ष समझ सकते है. कुछ हद्द तक ओछी राजनीतिभी देश सह सकता है पर माँ भारती को तोड़ने की शिवसेना की बात को देश कतई नहीं सह सकता यह शहीदों का अपमान है. शिवसेना के इस बयान पर @RahulGandhi @PawarSpeaks क्यों मौन है. क्या वे भी देश तोड़ने की बात पर सहमत है?
दरअसल, सामना में शिवसेना का लेख छपा है कि भारत और चीन के बीच तनाव से पैदा हुआ संकट है. चीनी सैनिक 2020 में हिंदुस्तानी सीमा में घुसे. उन्होंने अपनी जमीन पर कब्जा कर लिया. चीनी सैनिकों को हम पीछे नहीं धकेल सकते थे, लेकिन संकट से लोगों का ध्यान हटाने के लिए राष्ट्रवाद की एक नई छड़ी का इस्तेमाल किया गया. चीनी वस्तुओं और चीनी निवेश के बहिष्कार का प्रचार किया गया.
चीनी कंपनी ग्रेट वॉल मोटर्स वित्तीय संकट झेल रही जनरल मोटर्स में 5000 करोड़ रुपए का निवेश करनेवाली थी. अब ऐसा नहीं होगा. इसलिए जनरल मोटर्स बंद हो जाएगी. चीनी निवेश पर अंकुश लगाने की बजाय चीन की सेना को यदि पीछे धकेला गया होता, तो राष्ट्रवाद तीव्रता से चमकता दिखाई देता.
Source : News Nation Bureau