बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने शाहीन बाग में CAA (नागरिकता संशोधन अधिनियम) के खिलाफ हो रहे आंदोलन में जुटी भीड़ को लेकर बड़ा दावा किया है. अपने दावे के समर्थन में संबित पात्रा ने एक वीडियो भी शेयर किया है, जिसमें कहा जा रहा है कि वहां जुट रही महिलाओं को 500-500 रुपये दिए जा रहे हैं. संबित पात्रा ने अपने ट्वीट में कहा है, ''कश्मीर में ₹500 में पत्थरबाज़ी कराते थे, शाहीन बाग में ₹500 में बग़ावत कराते हैं. ये कौन हैं जो चंद रुपयों के लिए बेबस हिंदुओं, सिखों, जैनियों, बौद्ध और ईसाइयों के पीड़ा को नज़रअन्दाज़ कर केवल अपने जेबों की चिंता करते है? बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने भी इस तरह का वीडियो शेयर करते हुए कहा है कि यह काम कांग्रेस का है. उनके वीडियो में लिखा है - शाहीन बाग आंदोलन एक्सपोज्ड. इट इज ऑल अबाउट मनी. (Shahin Bagh Protest Exposed, It is all about Money)
कश्मीर में 500 ₹ में पत्थरबाज़ी कराते थे शहीन बाग में 500₹ में बग़ावत कारते है
ये कौन है जो चंद रुपयों के लिए बेबस हिंदुओं,सिखों,जैनियों,बौध और ईसाइयों के पीड़ा को नज़रअन्दाज़ कर केवल अपने जेबों की चिंता करते है?? pic.twitter.com/StGVLkEzqW— Sambit Patra (@sambitswaraj) January 16, 2020
Shaheen Bagh protest is sponsored... सारा कांग्रेस का खेल है... pic.twitter.com/JOKIO2qK7P
— Amit Malviya (@amitmalviya) January 15, 2020
वीडियो में कहते सुना जा सकता है कि मकान मालिकों ने दुकानों का किराया माफ कर दिया है. मकान मालिकों का कहना है कि जब दुकान ही नहीं खुली है तो किराया कहां से दोगे? वीडियो में एक दुकान पर कुछ लोग बात करते हुए यह सुने जा सकते हैं कि जो भीड़ आ रही है, उन्हें 500-500 रुपये दिए जा रहे हैं. महिलाएं एक-एक साल के बच्चे लेकर बैठ रही हैं सभी को 500-500 रुपये दिए जा रहे हैं. वहां का यह अघोषित नियम बना दिया गया है कि जो कोई भी सीट छोड़कर जाएगा, उसके घर से कोई न कोई आकर बैठेगा, ताकि भीड़ कम न हो. वीडियो में दो लोग यह भी कहते सुने जा सकते हैं कि एक महिला रजिस्टर लेकर बैठ रही है और जो लोग आ रहे हैं उन्हें 500-500 रुपये देती है. हाजिरी वहीं लगाती है.
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वीडियो में एक युवक कहता है, कालिंदी कुंज में महिलाएं शिफ्ट में आ रही हैं. जैसे एक हजार लोग वहां होने चाहिए. अगर पांच महिलाएं वहां से जाएंगी तो दूसरी 5 औरतें वहां आकर बैठ जाएंगी.
दो दिन पहले दिल्ली हाई कोर्ट ने कालिंदी कुंज और शाहीन बाग रास्ते को खोलने का फैसला दिल्ली पुलिस पर छोड़ दिया था. अब दिल्ली पुलिस को तय करना है कि इस रास्ते को कब और कैसे खोला जाएगा. हाईकोर्ट ने दिल्ली पुलिस से कहा कि वह नियम और कानून के हिसाब से पूरी कार्रवाई करे.
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यह सड़क एक माह से बंद है. इसी के चलते इसे खुलवाने को लेकर दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की गई थी. CAA-NRC को लेकर लोग 15 दिसबंर से यहां प्रदर्शन कर रहे हैं. इससे यहां रहने वाले लोगों को काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है. दिल्ली हाई कोर्ट में दाखिल की गई याचिका में कहा गया था कि कालिंदी कुंज-शाहिन बाग सड़क जल्द से जल्द खुलवाया जाए ताकी लोगों की आवाजाही ठीक से हो सके.
Source : News Nation Bureau