दिल्ली में नागरिकता संशोधन कानून (Citizenship Amendment Act) को लेकर हुए दंगे की आग भले ही बुझ गई हो. लेकिन इस हिंसा से कई कहानियां निकल कर आ रही हैं. जब लोगों ने एक दूसरे की मदद की. नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के नाम पर शहर में उपद्रव किया गया. कहीं गाड़ियां तो कहीं दुकानों को आग के हवाले कर दिया गया. कुछ दुकानों में जबरदस्त तोड़-फोड़ भी की गई. हिंसा की जबरदस्त आग से निकली कालिख ने जेहन में दहशत पैदा कर दी है. हालांकि इन सबसे के बीच एक हकीकत ऐसी भी सामने आई है जो सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल बनी है.
यमुना विहार से बीजेपी (BJP) के पार्षद प्रमोद गुप्ता ने इस दंगे के बीच कुछ ऐसा किया है कि लोग उनकी तारीफ करते हुए नहीं थक रहे हैं. एक ओर जहां नागरिकता संशोधन कानून (Citizenship Amendment Act) पर दिल्ली के कई इलाकों में प्रदर्शन हो रहा है. वहीं हाल ही में हुई हिंसा में बीजेपी के एक पार्षद ने हिंसक भीड़ के चंगुल से एक मुस्लिम परिवार और उसके घर को बचाकर इंसानियत की मिसाल पेश की है.
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हिंसा के बीच दिल्ली के यमुना विहार से भाजपा के वार्ड पार्षद प्रमोद गुप्ता (Pramod Gupta) ने शाहिद सिद्दीकी के परिवार की मदद की और लगभग 150 लोगों की हिंसक भीड़ से उनके घर को आग के हवाले होने से बचाया. बता दें कि सीएए को लेकर नॉर्थ ईस्ट दिल्ली हिंसा में अब तक करीब 45 लोगों की मौत हो चुकी है. शाहिद सिद्दीकी ने बातचीत में बीती रात की घटना को लेकर कहा कि भीड़ ने अचानक नारे लगाते हुए पड़ोस की ओर बढ़ना शुरू कर दिया. भीड़ ने उस ओर से प्रवेश किया जहां पुलिस ने बैरिकेडिंग नहीं कर रखी थी और वह रास्ता जो मुस्लिम बहुल इलाके की ओर जाता था.
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सिद्दिकी ने कहा कि यह घटना देर रात की है. सिद्दीकी ने कहा कि भीड़ ने पहले उनके घर के नीचे एक बुटीक को जला दिया जो उनका किराएदार था. उसके बाद उनके परिवार की एक कार और मोटरबाइक को भी भीड़ ने जला दिया. शाहिद सिद्दीकी ने कहा, 'भीड़ ने हमारे गैराज से हमारी कार और एक मोटरसाइकिल निकाली और उसमें आग लगा दी. उन्होंने मेरे किराएदार के बुटीक शॉप को भी नुकसान पहुंचाया, जिससे कम से कम 20 लाख से ज्यादा रुपये का नुकसान हुआ.'
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हालांकि, इसके तुरंत बाद भाजपा के पार्षद प्रमोद गुप्ता जो कि सिद्दीकी के लंबे समय से दोस्त हैं परिवार के बचाव में आ गए. उन्होंने भीड़ को उन्हें या उनकी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने से रोका. हिंसक भीड़ से सिद्दीकी अपने परिवार के साथ मुश्किल से बच पाए. जिसमें दो महीने का एक बच्चा भी था. सिद्दीकी ने कहा कि जैसे ही हमें किसी अनहोनी का एहसास हुआ, तुरंत अपने परिवार के साथ भागे. बाद में पता चला कि बीजेपी के वार्ड पार्षद प्रमोद गुप्ता ने भीड़ को हमारे घर को आग लगाने से रोका.