दिल्ली सरकार द्वारा छठ पर्व दिल्ली में सार्वजनिक स्थानों पर न मनाए जाने पर अब जमकर सियासत शुरू हो गई है. इस पर दिल्ली में बीजेपी के पूर्वांचल चेहरा व सांसद मनोज तिवारी ने कहा है कि सरकार कितना भी बैन करे, वह लोग दिल्ली में तमाम घाटों पर छठ पर्व मनाएंगे. उन्होंने आरोप लगाया कि केजरीवाल के मन में छठ मैया को लेकर नफरत है, इसी वजह से वह इस पर्व पर बैन लगा रहे हैं. मनोज तिवारी ने कहा कि जब दिल्ली में जुम्मे की और ईद की नमाज हो रही है, होटल चल रहे हैं, सिनेमा हॉल चल रहे हैं, रेस्टोरेंट्स चल रहे हैं, तो फिर सिर्फ छठ के पर्व पर बैन क्यों?
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भाजपा नेता मनोज तिवारी ने कहा कि 300 से ज्यादा छठ समितियों ने यह निर्णय किया है कि वह लोग छठ पर्व दिल्ली में मनाएंगे. यह दिल्ली की 40 फीसदी पूर्वांचल आबादी के साथ नाइंसाफी है. मनोज तिवारी ने दावा किया है कि दिल्ली की सारी छठ समिति उनके साथ हैं और अगर जरूरत पड़ी तो वह लोग केजरीवाल के घर पर धरना प्रदर्शन भी करेंगे.
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आपको बता दें कि पिछले दिनों दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (Delhi Disaster Mgmt Authority) ने छठ पूजा को लेकर निर्देश जारी किया था. कोरोना के मद्देनजर दिल्ली में सार्वजनिक जगहों पर छठ पूजा आयोजित करने पर रोक लगाई गई है. डीडीएमए ने कहा कि दिल्ली में सार्वजनिक स्थानों/सार्वजनिक मैदानों/नदी के किनारे, मंदिरों आदि में छठ पूजा उत्सव की अनुमति नहीं दी जाएगी. इसके साथ ही जनता से अपील की गई है कि वे छठ पूजा अपने घरों में ही करें. इसके साथ ही त्यौहारी सीज़न में मेले, फ़ूड स्टाल, झूला, रैली, जूलूस आदि की अनुमति नहीं होगी. दिल्ली में COVID निवारक उपाय 15 नवंबर तक जारी रहेंगे.
HIGHLIGHTS
- राजधानी में छठ पूजा पर बैन लगाने पर सियासत शुरू
- दिल्ली की 40% पूर्वांचल आबादी के साथ नाइंसाफी : मनोज तिवारी