कर्नाटक (Karnatka) के नए मुख्यमंत्री बतौर शपथ लेने वाले बसवराज बोम्मई (Basavaraj Bommai) शुक्रवार शाम को दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगे. लिंगायत समाज में गहरी पकड़ रखने वाले भूतपूर्व सीएम बीएस येदियुरप्पा (BS Yediyurappa) के इस्तीफे के बाद भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने दो साल बाद यानी 2023 के विधानसभा चुनाव की बिसात बिछानी शुरू कर दी है. सूत्रों के मुताबिक बसवराज बोम्मई पीएम से मुलाकात में मंत्रिमंडल पर चर्चा कर सकते हैं. हालांकि उनका दिल्ली दौरा इसी की एक कड़ी माना जा रहा है. यही नहीं, बीजेपी कर्नाटक में एक और प्रयोग कर सकती है औऱ वह होगा 5 डिप्टी सीएम बनाने का. इस तरह चुनाव के मद्देनजर समीकरण साधने की कोशिश की जाएगी.
2023 में होने हैं विधानसभा चुनाव
गौरतलब है कि कर्नाटक में 2023 में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. उससे ठीक पहले सत्तारूढ भारतीय जनता पार्टी सूबे में बड़े बदलाव के मूड में दिख रही है. इस कड़ी में पहले येदियुरप्पा से इस्तीफा मांगा गया. फिर लिंगायत समाज से ही बसवराज बोम्मई को नया मुख्यमंत्री बनाया गया. अब जो खबर आ रही है, उसके मुताबिक, बीजेपी यहां पांच उपमुख्यमंत्री बनाने के बारे में सोच रही है. नई सरकार के गठन के बाद मंत्रिमंडल को अंतिम रूप देना भी अभी बाकी है.
यह भी पढ़ेंः Tokyo Olympics 2020 : लवलीना ने जीता मैच, भारत का एक और पदक पक्का
समीकरण साधने के लिए बनाए जा सकते हैं 5 डिप्टी सीएम
सूत्रों की मानें को 2023 के विधानसभा चुनावों को ध्यन में रखते हुए कर्नाटक के नए मुख्यमंत्री के पांच उपमुख्यमंत्रियों का चयन करने और अपने मंत्रिमंडल में छह से आठ नए चेहरों को शामिल करने की संभावना है. आंकड़ों की भाषा में बात करें तो कर्नाटक में अधिकतम 34 मंत्री बनाए जा सकते हैं. यहां यह जानना भी कम दिलचस्प नहीं होगा कि आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगनमोहन रेड्डी 2019 में पांच डिप्टी सीएम की एक जंबो टीम रखने वाले देश के पहले सीएम बनकर उभरे थे.
यह भी पढ़ेंः जम्मू में रात के अंधेरे में फिर देखे गए 3 ड्रोन, BSF की फायरिंग से भागे
सभी वर्गों को शामिल करने का प्लान
कैबिनेट गठन पर चर्चा के लिए एक वरिष्ठ भाजपा पदाधिकारी ने कहा कि डिप्टी सीएम का चयन पांच प्रमुख सामाजिक समूहों एससी, एसटी, वोक्कालिगा, लिंगायत और ओबीसी से किया जाएगा. उनके अनुसार, लिंगायत-ब्राह्मणों की पार्टी जल्द ही सभी समुदायों के लिए एक अखिल-हिंदू अपील करेगी, क्योंकि वह 2008 से विधानसभा चुनावों में 113 सीटों के जादुई आंकड़े को पार करने के लिए संघर्ष कर रही है. बसवराज बोम्मई को मुख्यमंत्री बनाकर पार्टी नेतृत्व ने पूर्व सीएम बीएस येदियुरप्पा और लिंगायतों को खुश रखा है. अब बीजेपी यह सुनिश्चित करना चाहती है कि अन्य समुदायों को भी सत्ता समीकरण में नजरअंदाज न किया जाए.
HIGHLIGHTS
- सीएम बनने के बाद बसवराज बोम्मई आज करेंगे पीएम से मुलाकात
- इसके अलावा बीजेपी नेतृत्व से मिल देंगे मंत्रिमंडल को अंतिम रूप
- सूबे में विधानसभा चुनाव पूर्व बीजेपी बना सकती है 5 डिप्टी सीएम