राजस्थान के चुनावी माहौल में सियासी उठापटक के बीच बागी बीजेपी विधायक ज्ञानदेव आहूजा की पार्टी में वापसी हो गई है. बीजेपी से टिकट नहीं कटने के बाद नाराज़ विधायक ने जयपुर की सांगानेर विधानसभा सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला किया था. ताज़ा जानकारी के मुताबिक, ज्ञानदेव आहूजा ने अपना नामंकन वापिस लेकर एक बार फिर बीजेपी का हाथ थाम लिया है. ज्ञानदेव आहूजा को राजस्थान बीजेपी के उपाध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया है. रामगढ़ सीट से टिकट नहीं मिलने से नाराज़ बीजेपी विधायक ज्ञानदेव आहूजा ने बागी तेवर अख्तियार करते हुए निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनावी मैदान में उतरने की घोषणा की थी.
ज्ञानदेव आहूजा ने कहा था कि पार्टी ने उनका टिकट काट दिया और इसके पीछे का कारण नहीं बताया. उस दौरान उन्होंने सांगानेर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने की घोषणा की थी. आहूजा ने मीडिया से बात करते हुए सोमवार को बताया कि वो सांगानेर विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में अपना नामांकन पत्र दाखिल करेंगे.
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जानकारी के मुताबिक, गुरूवार को बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात के बाद ज्ञानदेव आहूजा ने अपने निर्णय बदला है. आहूजा अलवर जिले के रामगढ़ से दो बार विधायक रहे हैं. 2013 के विधानसभा चुनाव में सांगानेर से घनश्याम तिवाड़ी ने जीत दर्ज की थी. तिवाड़ी ने मुख्यमंत्री के साथ मनमुटाव के चलते पार्टी छोड़ नई पार्टी का गठन किया था.
Source : News Nation Bureau