तेलंगाना के गोशामहल से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के विधायक राजा सिंह ने विधानसभा में प्रोटेम स्पीकर के सामने शपथ नहीं लेने का फैसला किया है. राज्य विधानसभा में शनिवार को ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) नेता मुमताज अहमद खान को प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किया गया था. राजा सिंह ने कहा, 'मैं वैसे प्रोटेम स्पीकर के सामने शपथ नहीं लेना चाहता हूं जिसकी पार्टी हिंदूओं को खत्म करना चाहती है. वे कभी वंदे मातरम् नहीं गाते हैं और न ही कभी भारत माता की जय कहते हैं.'
उन्होंने एक वीडियो जारी करते हुए कहा, 'तेलंगाना के मुख्यमंत्री साहब ने जो एआईएमआईएम फॉलोवर है, उन्होंने कल रात को निर्णय लिया कि 3 दिन के लिए जो स्पीकर बनेगा वह एआईएमआईएम का विधायक बनेगा और इसी एआईएमआईएम विधायक के सामने सारे विधायकों को शपथ लेना है. मैं ये कहना चाहूंगा कि हूं कि ये राजा सिंह तेलंगाना विधानसभा में जाएगा नहीं और उनके सामने शपथ लेगा नहीं.'
उन्होंने कहा, 'भले ही कोई भी पार्टी के विधायक शपथ ले, मुझसे लेना-देना नहीं है लेकिन मैं राजा सिंह उस पार्टी के विधायक के सामने शपथ नहीं लूंगा जो भारत देश में युद्ध करने की बात करते हैं, भारत मां की जय नहीं बोलते हैं.'
#Telangana government decided to make #AIMIM MLA as pro-tem Speaker of newly elected #Telangana Assembly.
I wouldn't take Oath in front of such speaker. pic.twitter.com/FJ8OniiDFd
— Raja Singh (@TigerRajaSingh) January 6, 2019
उन्होंने तेलंगाना के मुख्यमंत्री से यह भी कहा कि आपने जो निर्णय लिया है अगर इसमें परिवर्तन करते हैं तो तेलंगाना में एक अच्छा मैसेज जाएगा. आपने उस पार्टी का समर्थन किया है जो कभी तेलंगाना का विकास नहीं चाही.
पहले भी बयानों के कारण रहे हैं विवादों में
इससे पहले भी विवादित बयानों के कारण राजा सिंह सुर्खियों में रह चुके हैं. पिछले साल जून में उन्होंने इफ्तार पार्टी देने वाले को वोटों की भीख मांगने वाली पार्टी बताया था. जिसके बाद राजा सिंह के खिलाफ धार्मिक भावनाएं आहत करने के आरोप में मामला दर्ज किया गया था.
वहीं जुलाई 2017 में राजा सिंह ने पश्चिम बंगाल के उत्तरी 24 परगना में धर्म से जुड़े एक फर्जी और विवादित फेसबुक पोस्ट के बाद दो समुदाय में भड़के हिंसा को लेकर कहा था कि बंगाल के हिन्दुओं को गुजरात में 2002 में हुए दंगे की तरह पलटवार करना चाहिए.
17 जनवरी से विधानसभा सत्र
तेलंगाना विधानसभा का पहला सत्र 17 जनवरी से शुरू होना है. विधानसभा के सबसे वरिष्ठ सदस्य मुमताज अहमद खान 16 जनवरी को प्रोटेम स्पीकर के रूप में शपथ लेंगे. चारमीनार निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे खान को राज्यपाल ई एस एल नरसिम्हन शपथ दिलाएंगे.
मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव (केसीआर) ने शनिवार को कहा था कि लोगों द्वारा तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) को दिलाई गई शानदार जीत के परिप्रेक्ष्य में 'उत्तरायण' के दिनों में विधानसभा की कार्यवाही शुरू करने का निर्णय लिया गया है.
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'एकादशी' से शुरू होने वाला विधानसभा सत्र 20 जनवरी तक चलेगा. मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, पहले दिन नवनिर्वाचित विधायक एक के बाद एक शपथ लेंगे और यह कार्यक्रम लगभग दो घंटे तक जारी रहेगा.
उसी दिन विधानसभा अध्यक्ष के चुनाव का कार्यक्रम घोषित किया जाएगा और नामांकन प्रक्रिया शुरू होगी. अगले दिन अध्यक्ष का चुनाव होगा. बाद में अध्यक्ष, कार्य मंत्रणा परिषद (बीएसी) की बैठक आयोजित करेंगे, जो अगले दिन राज्यपाल के अभिभाषण पर निर्णय लेगी. राज्यपाल 19 जनवरी को सदन को संबोधित करेंगे.
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Source : News Nation Bureau