गंगा की सहायक नदी सरयू में प्लास्टिक की बोतल फेंकने के मामले में यूपी के बाराबंकी से बीजेपी सांसद प्रियंका राजपूत को एनजीटी से राहत मिली है।एनजीटी ने दो लॉ स्टूडेंट की ओर से दायर उस याचिका को खारिज कर दिया है, जिसमें ऐसा करने के चलते उनके खिलाफ जल संसाधन मंत्रालय के पर्यावरण संरक्षण अधिनियम के तहत आपराधिक कार्रवाई शुरू करने की मांग की गई थी। एनजीटी ने कहा याचिकाकर्ता अपनी याचिका में सांसद के खिलाफ केस को साबित करने में नाकामयाब रहे है
याचिका में मीडिया रिपोर्ट के आधार पर कहा गया था कि 2 जून को गोंडा में सरयू नदी के किनारे बांध के निरीक्षण के लिए गई सांसद प्रियंका राजपूत ने यूपी के जल मंत्री धर्मपाल सिंह की मौजूदगी में नदी में प्लास्टिक की बोतल फेंक दी। और ये पूरी घटना वहां मौजूद मीडियावालों के कैमरों में कैद हो गई।
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याचिका में दावा किया गया था कि दोनों लीडर की ये लापरवाही नमामि गंगा प्रोजेक्ट और उनकी सरकार की ओर से शुरू किए गए स्वच्छ भारत मिशन का मजाक बनाना है। ऐसे में बीजेपी सांसद को तलब कर उनसे जुर्माना भुगतने के लिए बोला जाना चाहिए और जल संसाधन मंत्रालय को पर्यावरण संरक्षण अधिनियम के तहत आपराधिक कार्रवाई शुरू करनी चाहिए।
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Source : Arvind singh