एक के बाद एक उपचुनाव में मिल रही हार के बाद बीजेपी के अंदर बग़ावत तेज़ होती जा रही है। बीजेपी सांसद रवीन्द्र कुशवाहा और विधायक सुरेन्द्र सिंह ने अलग-अलग कारणों से अपनी ही सरकार के खिलाफ धरना देने का एलान किया है।
सलेमपुर से सांसद कुशवाहा ने अपने संसदीय क्षेत्र के बिल्थरा रोड तथा सलेमपुर में कुछ ट्रेनों के ठहराव की मांग को लेकर अगले माह सम्भावित संसद के मानसून सत्र के दौरान संसद परिसर में स्थित महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने धरना देने की घोषणा की है।
कुशवाहा ने शनिवार की रात लखनऊ संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि जनता का दबाव है कि उनके संसदीय क्षेत्र के बिल्थरा रोड तथा सलेमपुर रेलवे स्टेशन पर अनेक ट्रेनों का ठहराव हो।
उन्होंने बताया कि वह इस सिलसिले में रेल मंत्री पीयूष गोयल को आठ बार पत्र लिख चुके हैं। संसद के पिछले सत्र की समाप्ति पर गोयल द्वारा बुलाई गई बैठक में भी उन्होंने इस मसले को उठाया था, फिर भी कोई नतीजा नहीं निकला। उन्होंने कहा कि ठहराव घोषित ना होने से आम जनता में सरकार की तो किरकिरी हो ही रही है, खुद उनके प्रति भी नाराजगी बढ़ रही है।
इसी को देखते हुए उन्होंने संसद के आगामी मानसून सत्र में गांधी की प्रतिमा के समक्ष धरना देने का फैसला किया है।
उधर, बैरिया से चर्चित बीजेपी विधायक सुरेंद्र सिंह ने भी राज्य की योगी आदित्यनाथ सरकार के खिलाफ तल्ख तेवर अख्तियार किया है। विधायक ने बैरिया तहसील भ्रष्टाचार व्याप्त होने का आरोप लगाते हुए इसके विरोध में आगामी पांच जून को तहसील परिसर में धरना-प्रदर्शन करने की घोषणा की है।
इससे पहले कैराना उपचुनाव में मिली हार के बाद हरदोई के गोपामऊ से बीजेपी विधायक श्याम प्रकाश ने बीजेपी को मिली हार पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, 'अधिकारी भ्रष्ट हैं। किसान सरकार से खुश नहीं हैं। कई ऐसे कारण हैं, जिनकी वजह से बीजेपी को नुकसान हुआ है। मैं सरकार के खिलाफ नहीं हूं। अधिकारियों की गलती है। पिछली सरकार की अपेक्षा इस सरकार में भ्रष्टाचार बढ़ा है। इसकी वजह से मैंने यह प्रतिक्रिया दी है।'
गौरतलब है कि गुरुवार को उपचुनाव में बीजेपी को मिली हार को लेकर अपने फेस-बुक वॉल पर श्याम प्रकाश ने एक कविता पोस्ट की थी। इस कविता में विधायक ने सीएम योगी पर सरकार चलाने में विफलता का आरोप लगाया है।
श्याम प्रकाश ने लिखा है-
पहले गोरखपुर, फूलपुर और अब कैराना, नूरपुर में बीजेपी की हार का है हमें दुख लेकिन वर्तमान हकीकत की पांच पंक्तियां...
मोदी नाम से पा गए राज।
कर न सके जनता मन काज।।
संघ, संगठन हाथ लगाम।
मुख्यमंत्री भी असहाय।।
जनता और विधायक त्रस्त।
अधिकारी,अध्यक्ष भी भ्रष्ट।।
उतर गई पटरी से रेल।
फेल हुआ, अधिकारी राज।।
समझदार को है ये इशारा।
आगे है अधिकार तुम्हारा।।
गौरतलब है कि कैराना और नूरपुर से पहले गोरखपुर, फूलपुर लोकसभा सीट पर भी विपक्षी एकता के सामने बीजेपी को घुटने टेकने पर मजबूर होना पड़ा था।
Source : News Nation Bureau