बच्चों की तस्करी के मामले को लेकर पश्चिम बंगाल बीजेपी महिला विंग की अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद रूपा गांगुली भड़क ऊठीं। नाराज रूपा सदन के वेल तक पहुंच गईं।
दरअसल बच्चों की खरीद-फरोख्त और तस्करी के मामले में गिरफ्तार विमला आवास कांड की आरोपी चंदना चक्रवर्ती ने बच्चों को बेचने की प्रक्रिया में रूपा गांगुली और कैलाश विजयवर्गीय का नाम लिया था।
इस मुद्दे को सदन में कांग्रेस के सांसद रजनी पाटिल ने उठाया। जिसके बाद रूपा गांगुली भड़क गईं। इस दौरान रूपा ने कहा, 'माननीय सभापति और सभी सम्माननीय सांसदों से मैं कहना चाहूंगी कि वे निजी आरोप न लगाएं।'
उन्होंने अपनी सीट पर खड़े होकर कहा कि सभापति को उन्हें बोलने का समय देना होगा। रूपा ने कहा कि अगर सभापति उन्हें बोलने के लिए समय नहीं देते हैं तो वे उनकी सीट के पास आकर बोलेंगी।
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पाटिल के बयान का विरोध करते हुए वह सभापति की सीट तक जा पहुंची। जिसके बाद मुख्तार अब्बास नकवी ने उन्हें समझाया तब वे अपनी सीट पर लौट आईं।
इस दौरान सभापति उनसे पूछते रहे कि क्या उनका नाम लिया गया है। इस पर रूपा गांगुली ने कहा कि सीधे सीधे तो हमारा नाम नहीं लिया गया है, लेकिन संकेतो में उनके यहां उपस्थित होने का जिक्र किया गया है। इसपर सभापति ने उनसे कहा कि वह रेकॉर्ड देखकर इसका पता लगाएंगे।
पश्चिम बंगाल में CID द्वारा इस मामले में पूछताछ किए जाने पर खुद को निर्दोष बताते हुए चंदना ने इन सभी को पकड़ने की बात कही थी। चंदना विमला शिशु गृह चलाती थी। उसपर कई बच्चों को बेचने का आरोप है।
शिशु तस्करी कांड में आरोपी पश्चिम बंगाल की बीजेपी नेता जूही चौधरी को मंगलवार को CID की टीम ने खारीवाड़ी थाना क्षेत्र स्थित बताशी इलाके से जूही को गिरफ्तार कर लिया। जूही की गिरफ्तारी के लिए तृणमूल के युवा और छात्र संगठन लगातार आंदोलन कर रहे थे।
Source : News Nation Bureau