उत्तर प्रदेश में भाजपा के सहयोगी दल खासे नाराज नजर आ रहे हैं. सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने तो विपक्ष से भी ज्यादा तीखे रुख अख्तियार किए हुए हैं. अपना दल संरक्षिका और केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल भी मोदी सरकार से नाराज चल रहीं हैं. अनुप्रिया पटेल के बारे में अटकलें लगाई जा रही थीं कि वह गठबंधन से बाहर जाने वालीं हैं. ओमप्रकाश राजभर ने तो अपना इस्तीफा भी सौंप दिया था. लेकिन इन सारी अटकलों पर विराम लगाते हुए भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह दोनों की नाराजगी दूर करने के लिए बुलाया है. उन्होंने 26 फरवरी को ओमप्रकाश राजभर से मुलाकात करेंगे. वहीं 27 फरवरी को अनुप्रिया पटेल को मुलाकात के लिए बुलाया है.
बताया जाता है कि अनुप्रिया पटेल के साथ अपना दल के अध्यक्ष आशीष पटेल भी मौजूद रहेंगे. सीट बंटवारे को लेकर दोनें दल केंद्र सरकार से नाराज चल रहे हैं. अमित शाह दोनें को सम्मानजनक सीट देकर मनाने का प्रयास करेंगे. अनुप्रिया पटेल 26 को हरदोई व एटा में और 27 को फतेहपुर और प्रतापगढ़ में मेडिकल कॉलेज के शिलान्यास में मौजूद नहीं रहेंगीं. पिछले कई महीनों से वह राज्य सरकार के किसी भी कार्यक्रम में भाग नहीं ले रहीं हैं.
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ओमप्रकाश राजभर राज्य सरकार से खासे नाराज चल रहे हैं. वह शुरू से ही दलितों का पक्षधर रहा है. उनका कहना है कि सरकार दलितों के विकास के लिए कुछ नहीं कर रही है. ऐसे मैं जहां से चुनकर विधायक बना हूं वहां की जनता को क्या जवाब दूंगा. इसिलिए वह सरकार से नाराज चल रहे हैं. सरकार को घेरने के लिए कोई भी मौका नहीं छोड़ रहे हैं. लेकिन वहीं उम्मीद की जा रही है कि अमित शाह दोनों को मना लेंगे. बता दें कि महाराष्ट्र में भी एनडीए के सहयोगी दल शिव सेना भी नाराज चल रहा था लेकिन दोनों में सीट बंटवारे पर सहमति बन गई है. दोनों दल आगामी लोकसभा चुनाव मिलकर लड़ेंगे.
Source : News Nation Bureau