बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने बीजेपी के राज्यसभा सांसदों को सदन में उपस्थित न रहने को लेकर सफाई मांगी है। साथ ही फटकार लगाते हुए उन्होंने सांसदों को चेतावनी भी दी है कि वो दोबारा ऐसा न करें।
दरअसल सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को राज्यसभा में सोमवार को उस समय किरकिरी का सामना करना पड़ा, जब विपक्ष ने मन मुताबिक पिछड़ा वर्ग आयोग को संवैधानिक दर्जा देने के संविधान संशोधन बिल को संशोधन के साथ पारित करा लिया।
पार्टी सूत्रों का कहना है कि बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने बीजेपी संसदीय दल की बैठक में अनुपस्थित सांसदों को फटकार लगाई है और साथ ही दोनों सदनों के सांसदों को संसदीय प्रक्रिया में भाग लेने की नसीहत भी दी। अनुपस्थित सांसदों को उन्होंने चेतावनी दी है कि वो दोबारा ऐसा न करें।
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अमित शाह ने कहा, 'लोकतंत्र के लिये ये अच्छी बात नहीं है, उन्हें लोगों ने चुना है अपना प्रतिनिधित्व करने के लिये। इससे गलत संदेश जाता है।' साथ ही उन्होंने कहा कि वो सभी अनुपस्थित सांसदों से बात करेंगे।
आज की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नहीं थे लेकिन कल हुई घटना के बाद उन्होंने सांसदों की सूची मांगी थी जो सदन से गायब थे। सदन में हुई किरकिरी के बाद सदन के नेता अरुण जेटली ने सांसदों की अनुपस्थिति पर सहयोगियों और मंत्रियों से चर्चा भी की थी।
सोमवार को सदन से एनडीए के घटक दलों और बीजेपी के सांसदों को मिलाकर 30 सांसद गायब थे।
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पिछड़ा वर्ग आयोग को संवैधानिक दर्जा दिये जाने पर सदन में चर्चा हो रही था उसे पारित भी किया जाना था। लेकिन पारित करने के वक्त राज्यसभा में बीजेपी के सांसद मौजूद नहीं थे। जिसके कारण विपक्ष अपना संशोधन पारित कराने में कामयाब हो गया।
हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद अपने सांसदों को सदन में उपस्थिति को लेकर नसीहत दी थी।
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Source : News Nation Bureau