सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को रफाल सौदे मामले में केंद्र सरकार को क्लीन चिट दे दी. सुप्रीम कोर्ट ने रफाल सौदे को लेकर पेश की गई रिपोर्टों में पाया कि इसमें किसी तरह की कोई धांधलेबाजी नहीं की गई. यहां तक कि सर्वोच्च न्यायालय ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को भविष्य में सोच-समझकर बोलने की नसीहत भी दी. बता दें कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने रफाल सौदे को लेकर केंद्र सरकार पर घोटाले के आरोप लगाए थे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ''चौकीदार चोर है'' बोला था.
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लोकसभा चुनाव 2019 में कांग्रेस और राहुल गांधी ने रफाल सौदे को ही मुख्य मुद्दा बनाकर चुनाव लड़ा था, जिसमें उन्हें करारी हार का सामना करना पड़ा था. रफाल मामले में आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद शुक्रवार दोपहर को बीजेपी ने अपने सैकड़ों नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ दिल्ली में स्थित ऑल इंडिया कांग्रेस मुख्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया. कांग्रेस के खिलाफ किए गए इस विरोध प्रदर्शन में दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया.
Delhi: BJP leaders and workers, protesting outside the All India Congress Committee (AICC) office have been detained and kept at Tughlak Road Police Station. They were demanding an apology from Rahul Gandhi over his remarks on #RafaleVerdict https://t.co/PrJVnvRyjh pic.twitter.com/Sk5if2U298
— ANI (@ANI) November 15, 2019
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बीजेपी की मांग है कि रफाल डील को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले राहुल गांधी माफी मांगें. हालांकि विरोध उग्र होने से पहले ही पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया. पुलिस ने हिरासत में लिए गए बीजेपी के प्रदर्शनकारियों को तुगलक रोड पुलिस स्टेशन में रखा है. उधर, दूसरी ओर कांग्रेस ने अपने सभी महासचिवों, सचिवों, प्रदेश अध्यक्ष और विधायक दल के नेताओं की बैठक बुलाई है. ये बैठक शनिवार, 16 नवंबर को होगी जहां मुख्य राजनीतिक बिंदुओं पर चर्चा की जाएगी.
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो