पश्चिम बंगाल में रथ यात्रा निकालने के लिए भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का ममता सरकार साथ कलह खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. गुरुवार को कलकत्ता हाई कोर्ट से बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की रथ यात्रा रैलियों को सशर्त अनुमति मिलने के बाद भी चुनौती जारी है. अब ममता सरकार ने हाई कोर्ट के फैसले को चुनौती देते हुए चीफ जस्टिस की डिविजन बेंच का रुख किया है. डिविजन बेंच शुक्रवार (21 दिसंबर) को मामले की सुनवाई करेगी. इससे पहले दिन में जस्टिस तपोब्रत चक्रवर्ती के एकल बेंच ने रथ यात्रा को अनुमति देते हुए कहा कि किसी भी अवांछित घटना या सार्वजनिक संपत्ति के नुकसान के लिए आयोजक जिम्मेदार होंगे.
बीजेपी द्वारा दाखिल एक याचिका पर सुनवाई करते हुए जस्टिस तपोब्रत चक्रवर्ती ने कहा कि आयोजकों को यात्रा निकालने से 12 घंटे पहले संबंधित जिले के पुलिस अधीक्षक को सूचित करना होगा.
हाई कोर्ट के फैसले के बाद बीजेपी नेतृत्व ने राज्य में प्रस्तावित 3 चरणों की रथ यात्रा की तारीख 28-31 दिसंबर के बीच तय करने की योजना बनाई है. लेकिन अब एक बार फिर इस मामले पर चीफ जस्टिस की डिविजन बेंच सुनवाई कर सकती है.
बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने दिन में हाई कोर्ट के फैसले पर कहा, 'हम कोर्ट के फैसले का स्वागत करते हैं. आज (गुरुवार) को पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ बैठक हुई. रथ यात्रा की संभावित तारीख 28,29 और 31 दिसंबर हो सकती है. अभी कुछ तय नहीं हुआ है. हम राज्य सरकार को इसके बारे में सूचित करेंगे.'
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भारतीय जनता पार्टी के सूत्रों के अनुसार, तीनों रथ यात्राओं को पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह रवाना करेंगे. वहीं बंगाल बीजेपी प्रमुख दिलीप घोष ने कोर्ट के फैसले पर कहा कि हम कोर्ट के फैसले का स्वागत करते हैं और जल्द कार्यक्रम के बारे में जानकारी दी जाएगी.
इससे पहले राज्य सरकार ने बीजेपी को इस रथ यात्रा के लिए अनुमति देने से इंकार कर दिया था. तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) और वामपंथी पार्टियों का गढ़ माने जाने वाले बंगाल में बीजेपी अपनी पकड़ मजबूत करने की पूरी कोशिश कर रही है.
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पहले के कार्यक्रम के मुताबिक, बीजेपी ने पश्चिम बंगाल के तीन हिस्सों में तीन रथ यात्राओं की योजना बनाई थी जो पूरे राज्य की यात्रा के बाद कोलकाता में समाप्त होनी थी. बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह 7 दिसंबर को रथ यात्रा को रवाना करने वाले थे. रथ यात्रा को अनुमति नहीं मिलने और कोर्ट में मामला जाने के बाद इसे लगातार स्थगित करना पड़ रहा है.
पहले के योजना के मुताबिक, 7 दिसंबर को कूचबिहार से प्रथम रथ यात्रा निकलनी थी. 9 दिसंबर को दूसरे चरण की यात्रा गंगासागर से और 14 दिसंबर को तीसरे चरण की रथ यात्रा वीरभूम जिले के तारापीठ से निकलनी थी.
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Source : News Nation Bureau