पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बीजेपी पर राज्य में 'हिंसा की राजनीति' का सहारा लेने और विपक्षी पार्टियों के खिलाफ केन्द्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया। मुख्यमंत्री ने राज्य में हाल ही में हुए पंचायत चुनाव का हवाला देते हुये कहा कि बीजेपी सदस्य उन गुंडों के साथ मिल कर काम कर रहे हैं, जो पहले सीपीएम के लिए काम करते थे।
तृणमूल छात्र परिषद के स्थापना दिवस के अवसर पर एक रैली को संबोधित करते हुये ममता ने कहा, 'हत्या की राजनीति का सहारा लेने के बावजूद पूर्व में माओवादियों के गढ़ रहे जंगलमहल में बीजेपी केवल कुछ सीटें ही जीत पायी।'
राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) के बारे में मुख्यमंत्री ने कहा उनकी सरकार किसी भी परिस्थिति में इसकी अनुमति नहीं देगी। उन्होंने कहा, 'हम बंगाल में एनआरसी की अनुमति नहीं देंगे। वे (बीजेपी नेता) हमें चुनौती दे रहे हैं। अगर हमें चुनौती दिया जाएगा, तो इसका मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।' मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि अगर एक नागरिक को यहां गलत तरीके से विदेशी बताया जाता है तो वह उसे 'बर्दाश्त' नहीं करेंगी।
और पढ़ें- पीएम नरेंद्र मोदी की कथित हत्या की साजिश में वरवर राव गिरफ्तार, परिवार ने सभी आरोपों से किया इनकार
उन्होंने कहा, 'हम बंगाल टाइगर्स हैं। अगर एक भारतीय नागरिक को विदेशी बताया जाता है, तो हम इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे।' ममता ने कहा, 'धन और बाहुबल के अलावा बीजेपी विपक्षी नेताओं के खिलाफ केन्द्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल कर रही है। हमारा उद्देश्य 2019 के लोकसभा चुनाव में उसे (बीजेपी को) सत्ता से बाहर करना है।'
Source : PTI