भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने राज्यसभा चुनाव के लिए घोषित किए 18 उम्मीदवारों के जरिये सामाजिक गणित और समीकरण साधने का भी पूरा ख्याल रखा है. बीजेपी ने इस बार केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण समेत चार महिलाओं को भी राज्यसभा (Rajya Sabha) का टिकट दिया है. इसके साथ ही साल के आखिर में गुजरात और हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनावों (Assembly Elections) को ध्यान में रखते हुए पार्टी ने पिछड़ा वर्ग का भी खास ख्याल रखा है. उत्तराखंड में गुटबाजी को हाशिये पर ढकेलने के लिए डॉ कल्पना सैनी को उम्मीदवार बनाया है. हालांकि अभी बीजेपी को उत्तर प्रदेश की दो समेत चार सीटों के लिए उम्मीदवारों के नामों की घोषणा करनी है.
इन्हें मिला राज्यसभा पहुंचने का मौका
भाजपा नेतृत्व की सहमति से घोषित 18 उम्मीदवारों में राज्य सभा में नेता सदन और केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल एवं वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण शामिल हैं. हालांकि बिहार में जदयू से केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह को टिकट नहीं मिला है. भाजपा ने उत्तर प्रदेश में पूर्व प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत बाजपेयी और योगी आदित्यनाथ के लिए विधानसभा सीट छोड़ने वाले राधा मोहन दास अग्रवाल को राज्यसभा का उम्मीदवार बनाया है. पार्टी ने इस बार महिलाओं को ज्यादा टिकट दिए हैं, जिनमें चार तो एकदम नए चेहरे हैं. इसके लिए उम्मीदवार तय करने में सामाजिक समीकरणों का खास ध्यान रखा गया है.
यह भी पढ़ेंः कांग्रेस ने जारी की राज्यसभा उम्मीदवारों के नाम, 7 राज्यों से 10 नाम हुए फाइनल
अभी 4 नामों की घोषणा और है बाकी
घोषित उम्मीदवारों में मध्य प्रदेश से कविता पाटीदार, कर्नाटक से निर्मला सीतारमण और जग्गेश, महाराष्ट्र से पीयूष गोयल और डॉ. अनिल सुखदेवराव, राजस्थान से घनश्याम तिवारी, उत्तर प्रदेश से लक्ष्मीकांत बाजपेयी, राधामोहन अग्रवाल, सुरेंद्र सिंह नागर, बाबूराम निषाद, दर्शना सिंह, संगीता यादव, उत्तराखंड से कल्पना सैनी, बिहार से सतीश चंद्र दुबे, शंभू शरण पटेल, हरियाणा से कृष्ण लाल पंवार, महाराष्ट्र से धनंजय महादिक और झारखंड से आदित्य साहू को उम्मीदवार बनाया है. हालांकि अभी 4 सीटों के लिए उम्मीदवार तय करने बाकी हैं. इनमें एक बड़ा नाम केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी का भी रहेगा.
यह भी पढ़ेंः नेपाल में लापता विमान में एक ही परिवार के सात लोग सवार
यूपी में लक्ष्मीकांत वाजपेयी का वनवास हुआ खत्म
उत्तर प्रदेश में 11 राज्यसभा सीटों पर चुनाव होने हैं, इनमें भाजपा आठ सीट जीत सकती है. पार्टी ने अभी 6 उम्मीदवारों की घोषणा की है. हाईकमान ने पूर्व प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेयी का वनवास खत्म किया है. वाजपेयी को 2022 के विधानसभा चुनाव में ज्वाइनिंग कमेटी का चेयरमैन बनाया गया था. गोरखपुर के विधायक रहे राधा मोहन अग्रवाल भी राज्यसभा के उम्मीदवार बनाए गए हैं. उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के लिए सदर सीट छोड़ी थी. पार्टी ने उत्तर प्रदेश में राष्ट्रीय महिला मोर्चा से जुड़ी दो नेताओं दर्शना सिंह व संगीता यादव को भी टिकट दिया है. संगीता यादव विधायक भी रह चुकी हैं. गौरतलब है कि अभी दो सीटों के लिए उम्मीदवारों के नामों की घोषणा बाकी, ऐसे में किन्हें किनारे किया गया यह कहना मुश्किल रहेगा.
HIGHLIGHTS
- राज्यसभा के लिए बीजेपी ने इस बार महिलाओं को ज्यादा टिकट दिए
- यूपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेयी का वनवास भी हुआ खत्म
- अभी राज्यसभा के लिए चार उम्मीदवारों की घोषणा होना और है बाकी