झारखंड में मिली हार के बाद अब बीजेपी अपनी सरकारों के कामकाज को लेकर गंभीर हो गई है. अब बीजेपी ने अपनी सरकारों और मुख्यमंत्रियों के कामकाज की समीक्षा करने का फैसला लिया है. अब यह तय माना जा रहा है कि जिन राज्यों के कामकाम से बीजेपी नेतृत्व संतुष्ट नहीं होगा वहां सत्ता से लेकर संगठन में भारी फेरबदल किए जा सकते हैं.
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पिछले एक साल में अपनी ही सत्ता वाले राज्यों में बीजेपी का प्रदर्शन बेहद खराब रहा है. एक साल के अंदर ही बीजेपी पांच राज्यों से सत्ता गवां चुकी है. इसमें मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र शामिल थे. सोमवार को आए झारखंड के नतीजों से यह साफ हो गया कि एक और राज्य बीजेपी के हाथ से निकल गया. इस समय भाजपा की उत्तर प्रदेश, कर्नाटक, हिमाचल प्रदेश, गोवा, गुजरात, उत्तराखंड, हरियाणा, असम, अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर और त्रिपुरा में सरकारें हैं. बिहार में बीजेपी जेडीयू के साथ सत्ता में है जबकि पूर्वोत्तर के राज्यों में बीजेपी अपने सहयोगियों के साथ सत्ता में है.
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इस राज्यों पर रहेगी विशेष नजर
बीजेपी की नजर उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, गुजरात और त्रिपुरा पर है. बीजेपी के एक बड़े नेता का यह भी मानना है कि किसी एक नेता को चुनावों तक कमान देने के अच्छे संकेत नहीं मिल रहे. इसलिए सत्ता से लेकर संगठन तक फेरबदल किए जा सकते हैं. दरअसल बीजेपी की लगातार हो रहा हार से उसके सहयोगी भी उस पर निशाना साधने लगे हैं. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हाल ही में एनआरसी के मुद्दे पर केंद्र सरकार के खिलाफ बयान दिया था. इसके बाद से बीजेपी नेता असहज की स्थिति में हैं.
Source : News Nation Bureau