छह राज्यों की सात सीटों पर हुए उपचुनाव में कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है, जो तेलंगाना और हरियाणा में अपनी दोनों सीटों पर हार गई, कांग्रेस की एक सीट पर भाजपा ने कब्जा किया तो दूसरी सीट पर टीआरएस ने जीत दर्ज की. 6 राज्यों की 7 सीटों पर हुए उपचुनाव में बीजेपी को जहां चार सीटें मिलीं, वहीं राजद, टीआरएस और उद्धव ठाकरे की शिवसेना को एक-एक सीट पर जीत मिली.
भाजपा ने उत्तर प्रदेश की गोला गोकर्णनाथ सीट, बिहार की गोपालगंज और ओडिशा की धामनगर सीटों को बरकरार रखा है. इसने हरियाणा की आदमपुर सीट भी जीत ली, जो उसने कांग्रेस से छीनी है. कांग्रेस मुनूगोड़ सीट भी तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) से हार गई. बिहार के मोकामा में तेजस्वी यादव के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनता दल ने और मुंबई की अंधेरी पूर्व सीट पर उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले शिवसेना ने जीत हासिल की है.
हालांकि इनमें से किसी भी जीत-हार से मौजूदा राज्य सरकारों के समीकरण बिगड़ने की संभावना नहीं है. हालांकि, क्षेत्रीय दल 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए एक संयुक्त मोर्चा बनाना चाहते हैं, जो कि सिर्फ 18 महीने दूर हैं, परिणाम उनके लिए एक शॉट के रूप में काम कर सकते हैं. जहां-जहां उपचुनाव हुआ, वहां पहले भाजपा की तीन, कांग्रेस की दो, जबकि शिवसेना और राजद की एक-एक सीट थी.
आदमपुर में भाजपा उम्मीदवार भव्य बिश्नोई ने अपने प्रतिद्वंद्वी और कांग्रेस उम्मीदवार जय प्रकाश पर 15,000 से अधिक मतों की बढ़त के साथ जीत हासिल की. ओडिशा के धामनगर उपचुनाव में भाजपा के सूरज सूर्यवंशी ने जीत हासिल की. तेलंगाना की मुनूगोड़े सीट पर टीआरएस के प्रभाकर रेड्डी ने भाजपा के राजगोपाल रेड्डी को 10,000 से अधिक मतों के अंतर से हराया. गोपालगंज उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी कुसुम देवी ने जीत हासिल की है. उन्होंने राजद उम्मीदवार मोहन प्रसाद गुप्ता को कड़े मुकाबले में सिर्फ 1,700 मतों से हराया.
बिहार के मोकामा से राजद उम्मीदवार नीलम देवी ने जीत दर्ज की. नीलम देवी, अनंत सिंह की पत्नी हैं. अनंत सिंह को अवैध रूप से बंदूकें रखने के दोषी ठहराए जाने के बाद अयोग्य घोषित कर दिया गया था. उधर महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे के गुट ने आज अपना पहला चुनाव जीता. मुंबई के अंधेरी (पूर्व) उपचुनाव में शिवसेना- उद्धव बालासाहेब ठाकरे की उम्मीदवार रुतुजा लटके ने 66,000 से अधिक मतों के भारी अंतर से जीत हासिल की.
भाजपा ने उत्तर प्रदेश में गोला गोकर्णनाथ सीट बरकरार रखी, जो 6 सितंबर को भाजपा विधायक अरविंद गिरी की मृत्यु के बाद खाली हो गई थी. यूपी में बसपा और कांग्रेस उपचुनाव से दूर रही, जिसके परिणामस्वरूप अरविंद गिरि के बेटे अमन गिरि (भाजपा) और समाजवादी पार्टी के विनय तिवारी, एक पूर्व विधायक के बीच सीधी लड़ाई हुई.
Source : IANS