देश में अब तक ब्लैक फंगस के 7 हजार से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं. अब तक 200 से ज्यादा लोग इस बीमारी की वजह से जान गंवा चुके हैं. केंद्र सरकार ने बृहस्पतिवार को राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से कहा है कि ब्लैक फंगस को Epidemic Diseases Act के तहत नोटिफाई करने को कहा है. भारत में म्यूकोर्मिकोसिस (ब्लैक फंगस) के बढ़ते मामलों के बीच एम्स के निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया ने कहा कि अनियंत्रित मधुमेह और कोरोना से संक्रमित होने की वजह से म्यूकोरमाइकोसिस का खतरा बढ़ सकता है, इसलिए मधुमेह के रोगियों को सलाह दी जाती है कि वे अपने रक्त शर्करा के स्तर की लगातार निगरानी और नियंत्रण करें. गुलेरिया ने कहा कि कोविड के साथ अनियंत्रित मधुमेह (डायबिटीज) ब्लैक फंगस के पैदा होने में सहायक होता है. इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि कोरोना की इस दूसरी लहर के तहत स्टेरॉयड का इस्तेमाल बहुत अधिक मात्रा में हो रहा है.
यह भी पढ़ें : गारंटर के खिलाफ हो सकेगी कार्रवाई, SC ने केंद्र की अधिसूचना को सही ठहराया
डॉ. रणदीप गुलेरिया (Dr. Randeep Guleria) आगे कहा कि हल्के और प्रारंभिक रोग में संकेत ना होने पर भी दिए गए स्टेरॉयड दूसरे संक्रमण का कारण बन सकते हैं. लक्षण ना होने के बाद अगर लोगों को स्टेरॉयड की ज्यादा मात्रा दी गई है तो उनमें हाई ब्लड शुगर लेवल और ब्लैक फंगस का खतरा बढ़ सकता है. म्यूकोर्मिकोसिस या ब्लैक फंगस संक्रमण कोई नई बीमारी नहीं है और महामारी से पहले भी इसकी सूचना दी गई थी. हालांकि, इस तरह की घटना तब बहुत कम थी. अब कोविड-19 के कारण यह दुर्लभ लेकिन घातक फंगल संक्रमण बड़ी संख्या में बताया जा रहा है.
यह भी पढ़ें : बैतूल के भाजपा दफ्तर को कोविड केयर सेंटर में बदला गया
महाराष्ट्र, गुजरात और मध्य प्रदेश में सबसे ज्यादा केस और मौतें
इस बीमारी के कुल 7250 केस सामने आए हैं. इस बीमारी के सबसे ज्यादा केस और मौतें महाराष्ट्र में हुई हैं. इसके बाद गुजरात और मध्य प्रदेश का नंबर है. गुजरात में 1163 मामले आए हैं और 63 मौतें हुई हैं. मध्य प्रदेश में 575 मामले आए हैं. 31 मौतें हुई हैं.
यह भी पढ़ें : बांदा जेल में बंद मुख्तार अंसारी से डेढ़ घंटे हुई पूछताछ के बाद बयान दर्ज
इन राज्यों ने घोषित किया ब्लैक फंगस को महामारी
सरकार ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से सरकारी और निजी अस्पतालों के लिए सभी संदिग्ध और पुष्ट मामलों की रिपोर्ट करना अनिवार्य करने को कहा है. केंद्र को जवाब देते हुए, तमिलनाडु, ओडिशा, गुजरात और केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ ने इस बीमारी को महामारी घोषित कर दिया है. तेलंगाना और राजस्थान ने कुछ दिन पहले ही म्यूकोर्मिकोसिस को महामारी घोषित कर दिया था. उत्तर प्रदेश ने भी शुक्रवार को इसे महामारी घोषित किया.
HIGHLIGHTS
- ब्लैक फंगस के भारत में 7 हजार से ज्यादा केस
- कोरोना के साथ ब्लैक फंगस भी लोगों को डरा रही है
- कई राज्यों ने घोषित किया ब्लैक फंगस को महामारी