केरल के सरकारी अस्पताल रिजनल कैंसर सेंटर (आरसीसी) में डॉक्टरों की बड़ी लापरवाही का मामला सामने आया है। जहां ल्यूकेमिया (रक्त कैंसर) से पीड़ित एक 9 वर्षीय लड़की को खून चढ़ाने के बाद एचआईवी की पुष्टि हुई है।
एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि मार्च में शुरु हुई कीमोथैरेपी से पहले पीड़िता का जब एचआईवी टेस्ट किया गया था तो उसकी रिपोर्ट नेगेटिव आई थी। अब जांच में पॉजेटिव है। आपको बता दें कि चार महीने इलाज के दौरान उसे कई बार ब्लड के इंजेक्शन लगाए गए थे जो इलाज का हिस्सा थे।
केरल सरकार ने पूरे मामले की जांच के लिए विशेषज्ञों की एक टीम गठित की है। जांच टीम को तत्काल जांच के बाद एक रिपोर्ट सौंपने के लिए कहा गया है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि बच्ची के आगे के इलाज का सारा खर्च सरकार उठाएगी।
आपको बता दें कि इस मामले पर विपक्ष ने आरसीसी की इस गड़बड़ी के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की है। विपक्ष के नेता रमेश चेंनिखाला ने आरसीसी में बच्ची और उसके माता-पिता से मुलाकात की।
कांग्रेस नेता ने कहा, 'इस समय इस घटना की विस्तृत जांच और इतनी बड़ी गलती करने वाले लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जरूरत है। यह बच्ची कैंसर के उपचार के लिए यहां आई थी और अब वह एचआईवी (ह्यूमन इम्यूनोडिफिसिएंसी वायरस) संक्रमित हो गई है। मैंने मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन से बात की और उन्हें मामले की जानकारी दी।'
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(इनपुट IANS से भी)
Source : News Nation Bureau