ब्लू व्हेल (Blue Whale)और 'मोमो चैलेंज' (MOMO Challenge) के बाद अब 'मारवेल' (Marvel Game) नाम का गेम इंटरनेट की दुनिया में आया है. राजस्थान के सिरोह में इस गेम ने एक छात्र की जान ले ली. यह घटना आबूरोड सदर थाने क्षेत्र के हाउसिंग बोर्ड की घटना है. जहां छात्र नें फांसी लगाकर खुद की जान ले ली. जानकारी के मुताबिक मृतक छात्र ने आत्महत्या करने से पहले क्विट लिखी पर्ची दीवार पर चिपकाई थी. फिलहाल पुलिस इस पूरे मामले की जांच में जुट गई है.
कुछ समय में देखा गया है कि स्मार्ट फोन्स की दुनिया में ऑनलाइन गेम्स का क्रेज जानलेवा साबित हुआ है. हाल में ब्लू व्हेल और मोमो चैलेंज जैसे कितने खतरनाक गेम्स ने बच्चों-बड़ों की जान ले ली हैं. ऐसे ही कुछ गेम्स के बारे में हम आपको दोबारा बताने जा रहे हैं, ताकि आप अपने बच्चों पर नजर रख सकें कि कहीं उन्होंने ऑनलाइन गेम्स खेलने की लत तो नहीं. अगर ऐसा है तो सावधान जाइए.
'मोमो चैलेंज'
मोमो वॉह्टसएप, फेसबुक और यूट्यूब पर मौजूद एक सोशल मीडिया एकाउंट है. यह बच्चों को टारगेट करता है. यह डरवानी और हॉरर फोटो का इस्तेमाल कर बच्चों में जिज्ञासा पैदा करता है.इस एकांउट से जुड़ने पर यह बच्चों को चैलेंज देता है कि वह अनजान लोगों से फोन पर बात करें.
अब तक हुई जांच में यह पाया गया है कि मोमो का यह एकाउंट जापान में तीन लोगों से जुड़ा हुआ है. जो बच्चों को अनजान नंबर पर बात करने के साथ ही खुद को नुकसान पहुंचाने वाला चैलेंज भी देता है. गेम के अंत में सुसाइड करने का भी चैलेंज दिया जाता है।. वहीं अगर कोई ऐसा करने से मना करता है तो उसे मोमो उसे डरवानी हॉरर फोटो भेज कर डराता है.
'ब्लू व्हेल' गेम
इस गेम की शुरूआत रसिया में हुई थी। यहां पर 2013 में फिलिप बुडेकिन नाम के एक युवक ने बनाया था. रसिया में लगातार बढ़ती सुसाइड की घटनाओं के बाद पुलिस ने फिलिप को गिरफ्तार कर लिया था.
यह गेम कुल 50 दिनों का होता है, जिसमें यूजर को रजिस्टर करने के बाद उसे हर दिन एक टास्क जाता है. इस टास्क में रात को 4 बजे हॉरर मूवी देखना, रात को श्मशान में जाना जैसी खतरनाक टास्क दिए जाते हैं। इस गेम का आखिरी टास्क होता है सुसाइड करने का.
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जमाना तेजी से बदल रहा है और इस बदलते-भागते दौर में लोग अपने बच्चों को टेक्नॅालॅाजी की दुनिया में आगे बढ़ने के लिए मोबाइल थमा देते है. ऐसे में जाने-अनजाने बच्चे कई बार गलत चीजों का चुनाव कर बैठते है. ऐसे में अभिभावकों को अपने बच्चों पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है. बच्चे फोन का इस्तेमाल करते है तो उन्हें समय-समय पर ये देखना होगा की उनका इंटरनेट की दुनिया पर क्या खोज रहा है और किस तरह के गेम खेल रहा है. क्योंकि इंटरनेट के बढ़ते संसार के बीच सावधानी बरतना ही सबसे अच्छा उपाय है.
Source : News Nation Bureau