देश के प्रसिद्ध उद्योगपति (Industrialist) ब्रज मोहन खेतान (Brij Mohan Khaitan) नहीं रहे. 92 वर्षीय खेतान का शनिवार की सुबह उनके कोलकाता (Kolkata) स्थित आवास पर निधन हो गया. उनके निधन की खबर से उद्योग जगत में शोक की लहर दौड़ गई. वह वृद्धावस्था (Old Age Ailments) से जुड़ी बीमारियों से पीड़ित थे. खेतान विलियमसन मैगर समूह (Williamson Magor Group) के मुखिया थे जिसका बैट्री, चाय से लेकर इंजीनियरिंग सेवाओं तक का कारोबार है.
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हाल ही में वृद्धावस्था का हवाला देकर खेतान ने समूह की दो प्रमुख कंपनियों एवरेडी इंडस्ट्रीज इंडिया लिमिटेड (Eveready Industries India Ltd) और मैकलॉड रसेल इंडिया लिमिटेड ((McLeod Russel India Ltd)) के निदेशक मंडल से इस्तीफा दे दिया था. हालांकि, वह समूह की दोनों कंपनियों के मानद चेयरमैन थे. खेतान 1990 में उस समय चर्चा में आए थे, जब उन्होंने अमेरिकी रासायनिक कंपनी यूनियन कार्बाइड के भारतीय कारोबार का अधिग्रहण किया था. यह वही यूनियन कार्बाइड (Union Carbide) कंपनी है, जिसके भोपाल स्थित संयंत्र से मिथाइल आइसोसाइनेट गैस का रिसाव हुआ था. सन 1984 की इस त्रासदी को अब तक का सबसे बड़ा औद्योगिक दुर्घटना माना जाता है.
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खेतान को चाय (Tea) उद्योग का भी चार दशक लंबा अनुभव था. वह बिशनाथ टी कंपनी के एमडी और सन 1973 में इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स (Indian Chamber of Commerce) के अध्यक्ष भी रहे थे. सन् 2013 में आईसीसी (ICC) ने खेतान को लाइफटाइम अचीवमेंट से नवाजा था. उनके निधन पर आईसीसी ने शोक प्रकट किया है. आईसीसी की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि वह हमारे मार्गदर्शक (Doyen) और पूज्यनीय थे. हम उनके निधन से बहुत दुखी हैं. उनका जाना उनके परिवार और कारोबारी जगत के लिए बड़ी क्षति है.
HIGHLIGHTS
- 92 साल के ब्रज मोहन खेतान वृद्धावस्था से जुड़ी बीमारियों से पीड़ित थे.
- हाल ही में दो कंपनियों के निदेशक मंडल से इस्तीफा दे दिया था.
- आईसीसी ने 2013 में दिया था लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड.
Source : News Nation Bureau