सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ), जो त्रिपुरा, मेघालय, मिजोरम और असम के साथ 1,880 किलोमीटर लंबी भारत-बांग्लादेश सीमाओं की रखवाली करते हैं, उन्होंने चालू वर्ष में लगभग 150 करोड़ रुपये मूल्य के ड्रग्स, मवेशी और विभिन्न अन्य वर्जित पदार्थ जब्त किए हैं. बीएसएफ, जिसकी पूर्वोत्तर क्षेत्र में चार सीमाएं हैं, ने इस साल जनवरी से नवंबर के बीच 115 रोहिंग्या और 285 बांग्लादेशी नागरिकों को भी गिरफ्तार किया.
बीएसएफ के अधिकारियों ने कहा कि मिजोरम और कछार (असम) फ्रंटियर द्वारा लगभग 84.87 करोड़ रुपये मूल्य के ड्रग्स, मवेशियों और विभिन्न अन्य वर्जित वस्तुएं सबसे अधिक मात्रा में पकड़ी है, त्रिपुरा फ्रंटियर द्वारा 27.53 करोड़ रुपये, मेघालय फ्रंटियर द्वारा 25 करोड़ रुपये और गुवाहाटी फ्रंटियर द्वारा 11.72 करोड़ का प्रतिबंधित सामान जब्त किया गया है.
बीएसएफ के गुवाहाटी फ्रंटियर के महानिरीक्षक कमलजीत सिंह बन्याल ने कहा कि भू-भाग, जनसांख्यिकी, सामाजिक-आर्थिक गतिशीलता और सीमा पार अपराधों में भारत और बांग्लादेश दोनों से सीमावर्ती आबादी के कुछ तत्वों की संलिप्तता के कारण अर्ध-सैन्य बल को अंतरराष्ट्रीय सीमाओं को सुरक्षित करने में विभिन्न चुनौतियों का सामना करना पड़ता है.
बीएसएफ के त्रिपुरा सीमांत महानिरीक्षक सुमित शरण ने कहा कि सीमा पार तस्करी और अवैध घुसपैठ के अलावा, सीमा सुरक्षा बल विभिन्न दवाओं और हथियारों और गोला-बारूद के अवैध व्यापार को रोकने के लिए कड़ी निगरानी रखता है. मिजोरम और कछार फ्रंटियर के आईजी बिनय कुमार झा ने कहा कि बीएसएफ सीमावर्ती आबादी के बीच सुरक्षा की भावना पैदा करने के लिए ड्रग्स और मवेशियों की तस्करी सहित सभी प्रकार के सीमा अपराधों को कम करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है.
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Source : IANS