तेल कीमतों की बढ़ोतरी पर चर्चा करने की विपक्ष की मांग के चलते राज्यसभा की कार्रवाई स्थगित होने के एक दिन बाद बहुजन समाज पार्टी के सांसद सतीश चंद्र मिश्रा और विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने मंगलवार को फिर से इसी मुद्दे पर सस्पेंशन नोटिस दिया है. बजट सत्र के दूसरे चरण के पहले दिन सोमवार को विपक्ष द्वारा हंगामा करने के बाद सदन स्थगित कर दिया गया था. विपक्ष बार-बार तेल की बढ़ती कीमतों पर चर्चा करने की मांग कर रहा था, जिसे सभापति ने खारिज कर दिया था. राज्यसभा के अध्यक्ष एम.वेंकैया नायडू ने नियम 267 के तहत खड़गे के नोटिस ऑफ सस्पेंशन को खारिज कर दिया.
वहीं खड़गे ने कहा, देश के कुछ हिस्सों में पेट्रोल की कीमत 100 रुपये प्रति लीटर तक पहुंच गई है और सरकार ने विभिन्न प्रकार के टैक्स लगाकर पिछले 6 सालों में 20 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा की कमाई की है. लिहाजा इस पर चर्चा करना बहुत जरूरी है. हालांकि, अध्यक्ष ने सोमवार को इस नोटिस को अनुमति नहीं दी और कहा कि यह नियमों के खिलाफ है. इसके बाद कांग्रेस सांसदों ने लगातार नारेबाजी की, जिसके चलते सदन को स्थगित कर दिया गया.
सोमवार को एलपीजी के बढ़ते दामों की भेट चढ़ा था संसद सत्र
लोकसभा में बजट सत्र के दूसरे चरण के पहले दिन सोमवार को सामान्य कार्यवाही नहीं हो सकी थी, क्योंकि संपूर्ण विपक्ष ने एलपीजी सिलेंडर और पेट्रोलियम की बढ़ती कीमतों को लेकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए खूब हंगामा किया. शाम चार बजे सदन की कार्यवाही शुरू होने के तुरंत बाद विपक्ष ने इन मुद्दों पर केंद्र पर हमला बोला. हालांकि निचले सदन में एक बार किसी तरह से कार्यवाही शुरू होते हुए दिखी, क्योंकि कुछ महिला सांसदों को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर महिलाओं के मुद्दों पर बोलने का मौका मिला था. मगर विपक्ष द्वारा हंगामे के बीच सदन अधिक देर तक नहीं चल सका और कार्यवाही दो बार स्थगित की गई.
लोकसभा अध्यक्ष ने स्थगित की थी लोकसभा
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने शाम पांच बजे अगले दो घंटों के लिए सदन के पहले स्थगन की घोषणा की. इसके बाद भाजपा की सदस्य रमा देवी, जो उस समय पीठासीन थीं, उन्होंने हंगामा जारी रहने के बाद एक दिन के लिए अंतिम स्थगन की घोषणा की. विपक्षी दलों सहित शिरोमणि अकाली दल (शिअद) और शिवसेना जैसे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पूर्व सहयोगियों ने मूल्य वृद्धि के मुद्दे पर सरकार को निशाने पर लिया. कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस और द्रमुक के नेताओं के नेतृत्व में विपक्षी सदस्यों ने स्पीकर के पोडियम पर पहुंचकर 'एलपीजी के दाम वापस लो और पेट्रोल-डीजल के दाम कम करो' जैसे नारे लगाए. वहीं दूसरी ओर, राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों पर चर्चा के लिए शून्यकाल स्थगित करने की मांग की.
HIGHLIGHTS
- विपक्ष ने दिया सस्पेंशन नोटिस
- तेल के बढ़ते दामों पर दिया नोटिस
- कल स्थगित हुई थी लोकसभा