बसपा प्रमुख मायावती ने शुक्रवार को सुबह-सुबह प्रेस कांफ्रेंस कर बीजेपी पर तमाम आरोप लगाए. मायावती के इस प्रेस कांफ्रेंस से राजनीति गरमा गई है. मायावती ने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि जब से वह सत्ता में आई है, अरबों-खरबों की संपत्ति को दबाकर उसके नेता बैठ गए हैं. चुनाव में बीजेपी के खाते में 2000 करोड़ कहां से आए और कहां खर्च हुए. चुनाव में बीजेपी ने वोट खरीदे. मायावती ने यह भी आरोप लगाया कि बीजेपी सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग कर हमारे खिलाफ साजिश रच रही है, जो नाकामयाब हो जाएगी.
मायावती ने यह भी कहा कि बीजेपी की सरकार में वंचितों को दबाया जा रहा है. वंचितों को आगे बढ़ने से बीजेपी को तकलीफ हो रही है. बीजेपी निजीकरण को बढ़ावा दे रही है. रेलवे जैसी सार्वजनिक उद्यम का भी निजीकरण करने की कोशिश की जा रही है. निजीकरण को बढ़ावा देकर बीजेपी आरक्षण को खत्म करने की साजिश रच रही है. साफ है कि बीजेपी बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के सपनों को पूरा होने देने की राह में रोड़े अटका रही है, लेकिन बसपा इसका हर हाल में मुखालफत करेगी.
मायावती ने यह भी कहा कि हमने चुनाव में कभी किसी से पैसा नहीं लिया. हम तो खुली किताब हैं. बीएसपी डरने वाली नहीं है, घबराने वाली नहीं है. हम बीजेपी को मुंहतोड़ जवाब देंगे. हम बीजेपी को यह खुली चुनौती दे रहे हैं.