बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो मायावती ने पार्टी सांसदों, विधायकों के साथ अन्य नेताओं की बैठक बुलाई है।
राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफा देने के बाद पहली बार मायावती ने पार्टी नेताओं की बैठक बुलाई है। बैठक 23 जुलाई को नई दिल्ली में होगी। बैठक में पार्टी संगठन को मजबूत किए जाने और भविष्य के राजनीतिक कार्यक्रमों पर विचार किए जाने की उम्मीद है।
उत्तर प्रदेश लोकसभा चुनाव और विधानसभा चुनाव में पार्टी के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद से पार्टी दबाव में है। विधानसभा में पार्टी के महज 19 विधायक है। वहीं 2014 में हुए लोकसभा चुनाव में पार्टी एक भी सीट नहीं जीत सकी।
राज्यसभा में पार्टी के छह सांसद हैं जो मायावती के इस्तीफे के बाद घटकर 5 हो गया है।
माना जा रहा है कि राज्यसभा से इस्तीफा देने के बाद मायावती देश भर में दलितों से जुड़े मुद्दे को प्रमुखता से उठाते हुए पार्टी के संगठन और आधार को मजबूत बनाने का काम करेंगी।
राज्यसभा ने स्वीकार किया बीएसपी अध्यक्ष मायावती का इस्तीफा
गौरतलब है कि मायावती ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर दलितों पर अत्याचार का मुद्दा उठाने से रोके जाने का आरोप लगाते हुए राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था।
राज्यसभा के उपसभापति पी.जे.कुरियन ने बीएसपी की अध्यक्ष मायावती से अपने कदम पर पुनर्विचार करने का आग्रह किया था। कुरियन ने कहा कि यह उनका अनुरोध ही नहीं, बल्कि 'पूरे सदन की भावना' है। कांग्रेस, वामदल समेत कई दलों ने मायावती से इस्तीफा वापस लेने की अपील की थी।
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HIGHLIGHTS
- बसपा सुप्रीमो मायावती ने पार्टी सांसदों, विधायकों के साथ अन्य नेताओं की बैठक बुलाई है
- बैठक 23 जुलाई को नई दिल्ली में होगी, जिसमें पार्टी के संगठन को मजबूत किए जाने पर चर्चा किए जाने की उम्मीद है
Source : News Nation Bureau