बहुजन समाज पार्टी की नेता मायावती ने राहुल गांधी के न्यूनतम आय गारंटी के वादे को छलावा बताया है. मायावती ने कहा- क्या गरीबी हटाओ नारे की तरह यह भी फेक नारा है, क्या यह मोदी सरकार के ब्लैक मनी, 15 लाख रुपये और अच्छे दिन की तरह जुमला है. मायावती ने यह भी कहा- कांग्रेस और बीजेपी दोनों सरकारें फेल हो चुकी हैं. दोनों एक ही सिक्के की दो पहलू हैं.
बता दें कि एक दिन पहले ही छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में किसानों के लिए आभार सम्मेलन को संबोधित करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने न्यूनतम आय गारंटी का वादा किया था. राहुल गांधी ने कहा- "हम एक ऐतिहासिक फैसला लेने जा रहे हैं, जो दुनिया की किसी भी सरकार ने नहीं लिया है. 2019 का चुनाव जीतने के बाद देश के हर गरीब को कांग्रेस पार्टी की सरकार न्यूनतम आमदनी गारंटी देगी. हर गरीब व्यक्ति के बैंक खाते में न्यूनतम आमदनी रहेगी."
छत्तीसगढ़ में ही घोषणा क्यों
कांग्रेस ने विधानसभा चुनावों के दौरान छत्तीसगढ़ से ही किसानों की कर्जमाफी का ऐलान किया था और वहां पार्टी को दो तिहाई बहुमत हासिल हुआ था. राहुल गांधी छत्तीसगढ़ को शुभ मानते हैं, शायद इसलिए वहां से उन्होंने न्यूनतम आय गारंटी योजना की घोषणा की. राहुल गांधी ने पूरे दमखम से कहा कि "कांग्रेस ने कर्जमाफी, जमीन वापसी का वादा पूरा किया. पैसे की कोई कमी नहीं है. हम दो हिंदुस्तान नहीं चाहते. बीजेपी दो हिंदुस्तान बनाना चाहती है. एक हिंदुस्तान उद्योगपतियों का, जहां सब कुछ मिल सकता है और दूसरा गरीब किसानों का हिंदुस्तान, जहां कुछ नहीं मिलेगा, सिर्फ 'मन की बात' सुनने को मिलेगी."