उत्तर प्रदेश निकाय चुनाव में बीजेपी (भारतीय जनता पार्टी) को मिली जीत के लिए बीएसपी (बहुजन समाज पार्टी) सुप्रीमो मायावती ने ईवीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) में गड़बड़ी को जिम्मेदार ठहराया है।
मायावती ने कहा है कि अगर बीजेपी सही है और लोकतंत्र में विश्वास करती है तो उसे ईवीएम मशीन की जगह बैलेट पेपर से मतदान कराना चाहिए।
उन्होंने कहा, '2019 में आम चुनाव होने हैं। अगर बीजेपी को लगता है कि लोग उसके साथ है उन्हें इसे तुरंत लागू करना चाहिए। मैं गारंटी दे सकती हूं कि अगर बैलेट पेपर्स का इस्तेमाल होगा तो बीजेपी सत्ता में वापस नहीं आएगी।'
यूपी निकाय चुनाव में बीजेपी के बाद बीएसपी ने अच्छा प्रदर्शन करते हुए मेरठ और अलीगढ़ के मेयर की सीट पर कब्जा कर लिया है। इस चुनाव में पार्टी सुप्रीमो मायावती ने सीधे प्रचार नहीं किया, लेकिन सब कुछ उनकी निगरानी में हुआ।
यूपी के निकाय चुनाव में 16 महापौर की सीट में से 14 बीजेपी को हासिल हुईं जबकि बीएसपी के खाते में 2 सीटें गई। वहीं कांग्रेस और एसपी दोनों पार्टियां अपना खाता भी नहीं खोल पाईं।
पिछले लोकसभा चुनाव और यूपी विधानसभा चुनाव में भारी हार के बाद से ही मायावती ईवीएम के बदले बैलेट पेपर से चुनाव कराए जाने की मांग करती रही हैं। मायावती की इस मांग का अन्य विपक्षी दल भी समर्थन कर चुके हैं।
वहीं विपक्ष के चुनाव में ईवीएम से छेड़छाड़ के आरोप पर उप-मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने हार के लिए वोट बैंक की राजनीति को जिम्मेदार बताया है।
शर्मा ने कहा, 'ईवीएम में कमी नहीं है लेकिन पार्टी में और लोगों के दिमाग में कमी है। वह जाति के नाम पर राजनीति करते हैं और लोगों ने उन्हें खारिज कर दिया है। हम जाति, धर्म, समुदाय से ऊपर उठकर सभी लोगों के लिए काम कर रहे हैं और लोगों ने इसे स्वीकार किया है।'
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HIGHLIGHTS
- मायावती बोलीं- आम चुनाव में बैलेट पेपर का इस्तेमाल हुआ तो सत्ता से बाहर होगी बीजेपी
- मायावती ने दी बीजेपी को चुनौती कहा अगर इतना है विश्वास तो बैलेट पेपर से कराए चुनाव
- यूपी निकाय चुनाव पर बीएसपी को मिली मात्र 2 सीट, कांग्रेस, एसपी का सूपड़ा साफ
Source : News Nation Bureau