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बुलंदशहर हिंसा में पुलिस इंस्पेक्टर की हत्या के लिए बीजेपी सरकार दोषी: मायावती

बीएसपी (बहुजन समाज पार्टी) प्रमुख मायावती ने इस हत्या के लिए यूपी की बीजेपी सरकार को दोषी ठहराया, साथ ही हत्यारो के ख़िलाफ़ सख़्त कार्रवाई की मांग की है.

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Deepak Kumar
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मायावती, बीएसपी प्रमुख

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यूपी के बुलंदशहर में सोमवार को गोकशी के शक में भीड़ द्वारा पुलिस इंस्पेक्टर सुबोध कुमार की हत्या किए जाने को लेकर अब राजनीतिक बयानबाजी तेज़ होती जा रही है. बीएसपी (बहुजन समाज पार्टी) प्रमुख मायावती ने इस हत्या के लिए यूपी की बीजेपी सरकार को दोषी ठहराया, साथ ही हत्यारो के ख़िलाफ़ सख़्त कार्रवाई की मांग की है. मायावती ने कहा, 'बीजेपी सरकार की गलत और लापरवाह नीतियों के चलते बुलंदशहर ने इंस्पेक्टर की हत्या और हिंसा हुई. सरकार को चाहिए की वो हत्यारों के ख़िलाफ़ सख़्त कार्रवाई करे.'

मायावती ने आगे कहा कि 'यह हादसा बीजेपी द्वारा अराजकता को संरक्षण देने का परिणाम है. उत्तर प्रदेश जैसे बड़े और विकास के प्यासे राज्य में बीजेपी का जंगल राज कायम है.'

वहीं यूपी कैबिनेट में मंत्री ओपी राजभर सिंह ने घटना को लेकर कहा, 'यह वीएपची (विश्व हिंदु परिषद), बजरंग दल और आरएसएस (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) की सुनियजोति साज़िश है. इतना ही नहीं अब तो कुछ पुलिस वाले इस हत्या में बीजेपी का हाथ भी बता रहे हैं. आख़िर मुस्लिम इज्तेमा कार्यक्रम के दिन ही प्रदर्शन क्यों किया गया, निश्चित तौर पर शांति व्यवस्था भंग करने की साज़िश रची जा रही थी.'  

राजनीतिक आरोप प्रत्यारोप के बीच बीजेपी की तरफ़ से केंद्रीय मंत्री अब्बस नक़वी ने सफ़ाई देते हुए कहा, 'बुलंदशहर की घटना ने मानवता को शर्मसार किया है. राज्य सरकार ने कहा है कि इस घटना के लिेए जो भी ज़िम्मेदार होगा उन्हें बख़्शा नहीं जाएगा और क़ानूनी प्रक्रिया के तहत बिना किसी भेदभाव के न्याय किया जाएगा. मैं सभी लोगों से अपील करता हूं कि वो उन लोगों से सावधान रहें जो अपने हित के लिए समाजिक समरसता ख़राब करना चाहते हैं.'

वहीं वरिष्ठ कांग्रेसी नेता कपिल सिब्बल ने इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, 'यह हैरान करने वाला है कि एक ऑफ़िसर जो पहले से अख़लाक़ केस की जांच कर रहा है उसकी भीड़ द्वारा हत्या कर दी जाती है. इन लोगों को क़ानून हाथ में लेने का अधिकार किसने दिया? मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बजाए कि राज्य की क़ानून व्यवस्था को बेहतर करें वो तेलंगाना जाकर ज़हर उगल रहे हैं.'

बता दें कि उत्तर प्रदेश पुलिस ने बुलंदशहर जिले में भीड़ द्वारा हमला करने के मामले में मंगलवार को दो लोगों को गिरफ्तार किया और चार को हिरासत में लिया है. हमले में एक इंस्पेक्टर सहित कुल दो मौतें हुई. प्राथमिकी (एफआईआर) के अनुसार, 28 लोगों को नामजद किया गया है जबकि सोमवार की घटना में 60 लोगों को अज्ञात के रूप में सूचीबद्ध किया गया है.

दर्ज प्राथमिकी में बजरंग दल के एक वरिष्ठ नेता योगेश राज को भी नामजद किया गया है, जिन्होंने इससे पहले गौ हत्या का आरोप लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई थी. 

पुलिस जब भीड़ को नियंत्रित करने का प्रयास कर रही थी, तभी इंस्पेक्टर एस.के. सिंह को सिर में गोली मार दी गई थी, जबकि एक युवक भी मारा गया. 

भीड़ द्वारा यह हमला गौ हत्या की अफवाह फैलने के बाद किया गया. स्याना के स्टेशन हाउस ऑफिसर, जिन्होंने 2015 में गौहत्या से संबंधित दादरी हत्या मामले में एक मुस्लिम शख्स को निशाना बनाए जाने की जांच की थी भीड़ ने उन्हें सामने से गोली मार दी. 

और पढ़ें- बुलंदशहर हिंसा: साजिश के तहत की गई पुलिस इंस्पेक्टर की हत्या- सुबोध कुमार की बहन

बुलंदशहर में तनावपूर्ण स्थिति के चलते बड़े पैमाने पर सुरक्षाबलों को तैनात किया गया है. 

Source : News Nation Bureau

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