बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती ने फूलपुर और गोरखपुर के उप-चुनाव के नतीजों से काफी उत्साहित हैं। गुरुवार को पार्टी संस्थापक कांशीराम की जयंती पर चंडीगढ़ में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि केंद्र सरकार पूरे देश में आरएसएस का एजेंडा लागू करना चाहती है।
आगे उन्होंने कहा कि बीजेपी भले ही सभी समुदायों की बात करें लेकिन हकीकत यही है कि उनके सत्ता में आने के बाद देश के कई हिस्सों में दलितों पर शोषण बढ़ा है।
सरकार देश के विकास में दलितों के बलिदान को नजरअंदाज कर रही है और जातिवाद को बढ़ावा दे रही है।
राज्यसभा से इस्तीफा देने की बात पर मायावती ने कहा कि उनकी आवाज को दबाने की कोशिश की गई है। उन्होंने कहा कि उन्हें संसद में बोलने भी नहीं दिया गया।
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मायावती ने कहा, 'जिस दिन मैंने राज्यसभा से इस्तीफा दिया, उसी दिन फैसला लिया कि अब मुझे पूरे देश में खास कर पिछड़े वर्गों, मजदूरों, किसानों को बीजेपी की गलत नीतियों के बारे में लोगों को जाग्रत और तैयार करके, पूंजीवादी पार्टियों को केंद्र और राज्य सरकारों में आने से रोकना होगा।'
बता दें कि यूपी में उपचुनाव के बाद मायावती की यह पलही रैली है। चंडीगढ़ में सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि हरियाणा में भी दलितों पर अत्याचार बढ़े हैं। इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि देश के कई हिस्सों में दलितों का शोषण बढ़ा है।
बसपा सुप्रीमों ने सहारनपुर दंगा की याद दिलाते हुए कहा कि गलत मंसूबों के चलते वह दंगा जानबूझकर करवाया गया था।
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Source : News Nation Bureau