विधानसभा चुनाव के ठीक पहले बजट पेश करने के मसले पर रविवार को अरुण जेटली ने विपक्ष के आरोपों का खंडन किया। उन्होंने पंजाब में 'विजय संकल्प यात्रा' रैली के दौरान कहा कि बजट की तारीख चुनाव आयोग की घोषणा से पहले ही तय हो चुकी थी।
अरुण जेटली ने कहा कि बजट को पहले 28 फरवरी को पेश करने की तैयारियां चल रही थी, लेकिन इस साल यह बजट 1 फरवरी को पेश होगा। उन्होंने कहा, 'यह विचार था कि वित्त विधेयक को 31 मार्च तक पारित कर दिया जाए, ताकि अगले साल का खर्च 1 अप्रैल से शुरू किया जा सके।'
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विपक्ष के आरोपों को खारिज करते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि पंजाब में चुनाव की तारीख घोषित करने से पहले बजट की तारीख तय हो चुकी थी। इसलिए यह कहना गलत है कि केंद्र सरकार ने बजट की तारीख जानबूझकर चुनाव के ठीक पहले रखी है।
गौरतलब है कि पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के ठीक पहले विपक्षी दल चुनाव आयोग तक जा चुके हैं। 2017-18 का बजट पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के शुरू होने के ठीक तीन दिन पहले पेश किया जा रहा है। चार फरवरी को पंजाब और गोवा में चुनाव होने हैं।
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कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, जनता दल (युनाइटेड), समाजवादी पार्टी (सपा), बहुजन समाज पार्टी (बसपा), राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) के प्रतिनिधियों ने मुख्य निर्वाचन आयुक्त नसीम जैदी से मुलाकात की। इन दलों ने चुनाव आयोग से आठ मार्च के बाद केंद्रीय बजट पेश किए जाने की मांग रखी।
Source : News Nation Bureau