बुलंदशहर हिंसा: 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जीतू फौजी, खुद को बताया निर्दोष

उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में गोलीबारी की घटना में कथित रूप से संलिप्त जवान जीतू फौजी को स्थानीय कोर्ट ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा है.

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ruchika sharma
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बुलंदशहर हिंसा: 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जीतू फौजी, खुद को बताया निर्दोष

जीतू फौजी (ANI)

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उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में गोलीबारी की घटना में आरोपी सेना के जवान जवान जीतू फौजी को स्थानीय कोर्ट ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा है. जीतू ने एसटीएफ के सामने कई राज सामने रखे. एसटीएफ के मुताबिक, जीतू ने पूछताछ में स्वीकार किया वह घटनास्थल पर भीड़ के साथ मौजूद था. हालांकि अभी ये साफ नहीं हुआ कि इंस्पेक्टर सुबोध को उसने ही गोली मारी थी या नहीं. यूपी पुलिस की विशेष टीम ने रविवार देर रात करीब 12:50 बजे जम्मू-कश्मीर में उसे अपने कब्जे में लिया और उसे मेरठ लाया गया था. बुलंदशहर हिंसा के आरोपी जीतू फौजी ने कहा, 'मैं भगोड़ा नहीं हूं. मैंने कुछ गलत नहीं किया है. मुझे फंसाया जा रहा है.' जितेंद्र को जिला अस्पताल में चिकित्सीय परीक्षण के बाद मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया.

प्रदेश सरकार ने बुलंदशहर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के. बी. सिंह को हटाने के बाद वहां के अपर पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) रईस अख्तर को हटाकर लखनऊ पीएसी मुख्यालय भेज दिया है. उनके स्थान पर गाजियाबाद में पुलिस नियंत्रण कक्ष में तैनात रहे मनीष मिश्र को भेजा गया है.

जितेंद्र मलिक उर्फ जीतू फौजी को सोपोर में 22 राष्ट्रीय राइफल्स द्वारा हिरासत में लिया गया. इस मामले में जीतू फौजी का भाई बचाव में उतरा. जीतू के भाई धर्मेंद्र मलिक ने कहा कि उसके भाई को फंसाया जा रहा है और सीएम योगी आदित्यनाथ से मदद की गुहार लगाई.

बुलंदशहर में बिगड़ी स्थिति को संभालने में नाकामयाब रहे तीन पुलिस अधिकारियों के तबादले कर दिए गए है. इस हमले में एक पुलिस अधिकारी सहित एक शख्स की मौत हो गई थी. वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कृष्णा बहादुर सिंह, सर्किल ऑफिसर (सीओ) सत्या प्रकाश शर्मा और चिंगरावठी पुलिस चौकी के प्रभारी सुरेश कुमार का सोमवार को क्षेत्र में बिगड़ी स्थिति में संभालने में नाकाम रहने के लिए तबादला कर दिया गया है.

और पढ़ें: बुलंदशहर हिंसा: जीतू फौजी के बचाव में उतरे भाई ने CM योगी से लगाई मदद की गुहार, कहा- साजिश के तहत फंसाया जा रहा

गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में गोकशी के शक में हुए बवाल स्याना थाने के इंस्पेक्टर की मौत हो गई. हत्या के बाद इलाके में तनाव का माहौल है, जिसे देखते हुए कई जिलों की पुलिस, पीएसी और आरएएफ को बुला लिया गया है. मामले में गृह विभाग भी पैनी नजर बनाए हुए है. प्रमुख सचिव गृह अरविंद कुमार मामले में पल.पल की अपडेट ले रहे हैं. प्रमुख सचिव (गृह) अरविंद कुमार ने बुलंदशहर के एसपी और डीएम से मामले की पूरे मामले में पैनी नजर रखने को कहा है. सिंह के परिवार में उनकी पत्नी सुनीता और दो बच्चे हैं. उनका बड़ा बेटा श्रेय एमबीए कर रहे हैं जबकि छोटा बेटा अभिषेक इंजीनियरिंग का छात्र है.

Source : News Nation Bureau

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