उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में सोमवार को गोकशी के शक में पुलिस इंस्पेक्टर सुबोध कुमार की हत्या के मामले में उनकी बहन ने पुलिस द्वारा साज़िश रचने का आरोप लगाया है. सुबोध कुमार की बहन ने कहा कि मेरा भाई अख़लाक़ केस की जांच कर रहे थे इसलिए उनकी हत्या एक साज़िश के तहत की गई है. इसके साथ ही उन्होंने सुबोध कुमार को शहीद घोषित करने की मांग की है. उन्होंने कहा, 'मेरे भाई अख़लाक़ केस की जांच कर रहे थे इसलिए उनकी हत्या की गई है और इसकी साज़िश पुलिस द्वारा ही रची गई है. उन्हें शहीद घोषित किया जाना चाहिए और उनके नाम पर मेमोरियल (स्मारक) बनाया जाना चाहिए. हमें पैसा नहीं चाहिए. मुख्यमंत्री हमेशा गाय, गाय, गाय करते रहते हैं.'
वहीं मृतक इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह के बेटे अभिषेक ने कहा, 'मेरे पिता चाहते थे कि मैं एक अच्छा नागरिक बनूं, जो समाज में धर्म के नाम पर हिंसा न भड़काए. आज मेरे पिता खुद ही हिन्दू-मुस्लिम विवाद का शिकार हो गए, पता नहीं कल फिर किसके पिता मारे जाएंगे.'
बता दें कि बुलंदशहर में सोमवार को गोकशी के शक पर मचे बवाल के बाद जिस पुलिस इंस्पेक्टर की मौत हुई, वह साल 2015 में दादरी में हुए अखलाक की मौत मामले में जांच अधिकारी रह चुके थे. साल 2015 में उत्तर प्रदेश के दादरी में गोमांस खाने की अफवाह के चलते अखलाक नाम के बुजुर्ग युवक की भीड़ ने हत्या कर दी थी.
इस मामले में दो रिपोर्ट आई थी, एक में गोमांस की पुष्टि हुई थी दूसरे में नहीं हुई थी. यूपी के पशु चिकित्सा विभाग की प्राथमिक रिपोर्ट में कहा गया था कि पिछले साल 28 सितंबर की रात दादरी में 52 वर्षीय मोहम्मद अखलाक को जिस मांस की वजह से भीड़ ने कथित तौर पर पीट पीट कर मार डाला था वह बकरे का मांस था.
वहीं मथुरा लैब की रिपोर्ट उत्तर प्रदेश के पशु चिकित्सा विभाग की प्राथमिक रिपोर्ट से उलट थी. यूपी पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बाद में अंग्रेज़ी अख़बार टाइम्स ऑफ़ इंडिया से बातचीत में पुष्टि की कि सैंपल के लिए भेजा गया मांस गोमांस ही था लेकिन यह सैंपल अख़लाक़ के घर के अंदर से नहीं, बल्कि पास के तिराहे से लिया गया था. उन्होंने कहा कि इससे यह साबित नहीं होता है कि अख़लाक़ ने मांस खाया था या घर में रखा था.
बता दें कि सोमवार को (3 दिसम्बर) बुलंदशहर में गोकशी के शक में लोगों ने जमकर हंगामा किया था. भीड़ ने चिंगरावठी चौराहे पर हंगामा करते हुए पथराव शुरू कर दिया. भीड़ में मौजूद लोगों ने फायरिंग भी की, जिसमें कोतवाली प्रभारी (इंस्पेक्टर) सुबोध कुमार सिंह की गोली लगने से मौत हो गई. इस दौरान कई पुलिसकर्मी भी घायल हो गए हैं.
Source : News Nation Bureau