दिल्ली के बुराड़ी में एक परिवार के 11 लोगों की रहस्यमयी मौत को लेकर शवों का पोस्टमार्टम सोमवार को पूरा कर लिया गया। लगभग 12 घंटे में हुआ 8 शवों का यह पोस्टमार्टम दो शिफ्टों में पूरा हुआ। हालांकि अभी भी तीन लोगों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है।
पोस्टमार्टम की प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार 8 शवों में किसी प्रकार की जोर-जबरदस्ती के कोई संकेत नहीं मिले हैं।
पुलिस अधिकारी के अनुसार अब तक पुलिस को गला घोंटे जाने या हाथापाई के कोई संकेत नहीं मिले हैं।
LNJP अस्पताल के मेडिकल सुपरिंटेंडेंट जे. सी. पासी ने बताया, ' हमारी टीम ने 11 शवों के पोस्टमॉर्टम की प्रक्रिया सोमवार को 3 बजे पूरी कर ली। पोस्टमॉर्टम जल्दी करने के लिए दो बोर्ड बनाए गए थे। फाइनल रिपोर्ट पुलिस को सौंप दी गई है।'
वहीं पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद पुलिस ने बताया कि 77 वर्षीय महिला जो कि घर के एक अन्य कमरे में मृत मिली थीं की मौत भी फांसी लगने के कारण ही हुई है। हालांकि पहले यह आशंका जताई जा रही थी कि नारायण देवी की मौत गला घोंट कर की गई है।
पुलिस ने कहा कि अब यह जांच का विषय है कि नारायण देवी के गले से रस्सी को किसने निकाला होगा।
उन्होंने कहा, ‘शुरुआती जांच में ऐसा लगता है कि उन सभी की मौत फांसी पर लटकने की वजह से ही हुई है। अंतिम रिपोर्ट अभी आई नहीं है।’
भाटिया परिवार के लोग पड़ोस में ही किराने की एक दुकान और प्लाइवुड की दुकान चलाते थे। नारायण देवी का सबसे बड़ा बेटा दिनेश भाटिया राजस्थान के कोटा में रहता है और एक बेटी सुजाता हरियाणा के पानीपत में रहती है।
और पढ़ें: बुराड़ी कांड: एक ही परिवार के 11 लोगों की रहस्यमयी मौत के मामले में तांत्रिक से पूछताछ
पाइप का एंगल अंधविश्वास की तरफ कर रहा इशारा
भाटिया परिवार के घर में लगे 11 'पाइपों' का एंगल भी लोगों के मन में कई सारे सवाल खड़े कर रहा है। गौरतलब है कि भाटिया परिवार के घर के बाहरी दीवार पर एक छोटे दायरे में 11 पाइप आसपास लगे पाए गए हैं। इन पाइपों में से 7 पाइप सीधे और 4 मुड़े हैं।
वहीं मरने वालों में 7 महिलाएं और 4 पुरुष हैं। ऐसा माना जा रहा है कि इन पाइपों का अंधविश्वास से भी कोई संबंध हो सकता है।
डायरी में मौत के राज़
मृतकों के घर से जो डायरी मिली है उसके एक पन्ने पर लिखा है, 'पट्टियां अच्छे से बांधनी है। शून्य के अलावा कुछ नहीं दिखना चाहिए। सात दिन बाद पूजा लगातार करनी है। थोड़ी लगन और श्रद्धा से। कोई घर में आ जाए तो अगले दिन। गुरुवार या रविवार को चुनिए।'
इस तरह की बाते भी इशारा करती है कि परिवार किसी तंत्र-मंत्र के चक्कर में था।
एक ही परिवार के 11 लोगों की मौत की गुत्थी
बुराड़ी के संतनगर में रविवार को उस वक्त हड़कंप मच गया जब एक घर में पड़ोसी ने एक साथ कई शवों को लटका देखा। संदिग्ध परिस्थितियों में एक ही परिवार के 11 सदस्यों को मरा पाया।
इनमें से कुछ की आंखों पर पट्टियां बंधी थीं और वे फंदे पर लटके हुए थे। घटना की जानकारी पड़ोसियों ने तुरंत पुलिस को दी। पुलिस जब घर के अंदर गई तो दो मंजिला घर के आंगन में चार पुरुषों और सात महिलाओं के शवों को देखा। मृतकों में तीन किशोर भी शामिल थे।
संयुक्त पुलिस आयुक्त राजेश खुराना ने कहा, 'मरने वालों में से कुछ बरामदे में लगे रोशनदान की छड़ों में लगे फंदे से लटके पाए गए, जबकि अन्य फर्श पर पड़े पाए गए। इनकी आंखों पर पट्टियां बंधी थी और हाथ-पैर भी बंधे हुए थे।'
और पढ़ें: दिल्ली में बारिश से 24 फ्लाइटें डाइवर्ट, एक आदमी की मौत, एक घायल
दुकान नहीं खुली तो पड़ोसी पहुंच गए घर, तब हुआ खुलासा
मरने वालों में दो भाई भूपिंदर (किराने की दुकान का मालिक) और प्लाइवुड स्टोर चलाने वाले ललित सिंह शामिल हैं।
खुराना ने कहा, 'दुकान रोजाना सुबह छह बजे खुल जाती थी लेकिन जब आज सुबह 7.30 बजे तक दुकान नहीं खुली तो एक पड़ोसी दूध खरीदने के लिए गया। पड़ोसी ने घर का दरवाजा खुला पाया, जिसके बाद उसने पुलिस को सूचना दी।'
लोगों ने सामूहिक आत्महत्या मानने से किया इनकार
एक पड़ोसी ने इसे सामूहिक आत्महत्या का ममाला मानने से इनकार करते हुए कहा कि ललित और भूपिंदर बहुत दोस्ताना व्यक्ति थे। उन्होंने कहा, 'मैंने कल रात भूपिंदर से बात की थी। वह बहुत खुश थे और कहीं से तनाव में नहीं लग रहे थे।'
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी घटनास्थल का दौरा किया। केजरीवाल ने मीडिया से कहा, 'यह एक दुखद घटना है। मैंने पुलिस से बात की है। उनकी जांच खत्म होने तक इंतजार करें।'
और पढ़ेंः बुराड़ी कांड में आत्महत्या नहीं हत्या का है मामला, पुलिस जांच में कर रही गुमराह: रिश्तेदार
Source : News Nation Bureau