लगता है निर्भया (Nirbhaya) को इंसाफ मिलने का समय आ गया है. बिहार (Bihar) के बक्सर (Buxar) जेल को फांसी के फंदे (Manila Rope) के लिए 10 रस्सियों को बनाने का ऑर्डर मिला है. तीन दिन पहले मिले इस ऑर्डर के बाद रस्सी बनाने का काम तेज हो गया है. बता दें कि देश भर में दोषियों को फांसी देने के लिए बक्सर जेल (Buxar Jail) में बनी रस्सी का ही उपयोग किया जाता है. कहा जाता है कि फांसी की रस्सी यानी मनीला रोप को बनाने में बक्सर जेल को महारथ हासिल है. संसद पर हमले के दोषी अफजल गुरु (Afjal Guru) को फांसी देने के लिए भी बक्सर जेल में बनी रस्सी का ही उपयोग किया गया था.
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बक्सर जेल के सुपरिंटेंडेंट विजय कुमार अरोड़ा के अनुसार, उनसे 10 मनीला रोप तैयार करने को कहा गया है. हालांकि उन्होंने बताया कि यह पता नहीं है कि यह किसके लिए है और किस जेल से यह ऑर्डर आया है. लेकिन माना जा रहा है कि निर्भया कांड के दोषियों को फंदे पर लटकाने के लिए ही यह ऑर्डर दिया गया है.
हाल ही में गृह मंत्रालय ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से निर्भया कांड के दोषियों की दया याचिका खारिज करने की गुजारिश की थी.
बताया जा रहा है कि बक्सर जेल के कुछ सजायाफ्ता कैदी मनीला रोप को बनाने में एक्सपर्ट हैं. यह भी कहा जा रहा है कि अफजल गुरु को फांसी देने के लिए जिन कैदियों ने रस्सी बनाई थी, उनमें से कुछ कैदी अब भी बक्सर जेल में ही हैं. 8 फरवरी 2013 को अफजल गुरु को फंदे पर लटकाया गया था. उस समय एक रस्सी की कीमत 1700 रुपये से भी अधिक थी. अब इसकी कीमत अधिक हो सकती है.
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जानें फांसी के फंदे के बारे में : फांसी देने वाली रस्सी की लंबाई उस पर लटकाए जाने वाले की लम्बाई से 16 गुणा अधिक होती है. रस्सी में 7200 नट की एक गांठ बनाई जाती है, 56 फीट की रस्सी बनाई जाती है. फांसी देने वाली रस्सी बनाने के लिए पहले फिलीपींस की राजधानी मनीला से कपास मंगाया जाता था, इसलिए इसे मनीला रोप भी कहा जाता है. हालांकि अब अपने ही देश के कपास से फंदे के लिए रस्सियां बनाई जाती हैं.
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो