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UP By Elections 2024: 10 सीटों पर उपचुनाव... INDIA-NDA में कांटे की टक्कर, BJP कैसे करेगी 'वापसी' का खेला?

जिन 10 सीटों पर उपचुनाव होने हैं. उन सीटों पर BJP नीत NDA गठबंधन और कांग्रेस के नेतृत्व वाले INDIA ब्लॉक के बीच कांटे की टक्कर है, तो फिर BJP वापसी का खेला कैसे करेगी?

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Ajay Bhartia
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Akhilesh Yadav and Yogi Adityanath

अखिलेश यादव और योगी आदित्यनाथ( Photo Credit : Social Media)

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UP By Elections 2024: यूपी में 10 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने वाले हैं. प्रदेश में हुए लोकसभा चुनावों में अच्छे प्रदर्शन से समाजवादी पार्टी-कांग्रेस का होश हाई. वहीं भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सामने वापसी करने की चुनौती है. जिन 10 सीटों पर उपचुनाव होने हैं, अगर उनके सियासी समीकरणों को देखें तो पता चलता है कि उन पर BJP नीत NDA गठबंधन और कांग्रेस के नेतृत्व वाले INDIA ब्लॉक में कांटे की टक्कर है, क्योंकि विधानसभा चुनाव 2022 में इन 10 सीटों में से 5 पर सपा का तो 5 पर एनडीए गठबंधन का कब्जा रहा था. सवाल उठता है कि जब इन सीटों पर INDIA और NDA कांटे की टक्कर है, तो फिर BJP वापसी का खेला कैसे करेगी?

'उपचुनावों में सफल होगी बीजेपी'

बीजेपी की हालिया बैठकों पर नजर डालें तो पता चला है कि पार्टी के लिए ये उपचुनाव कितना अहम है. पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा से लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तक कार्यकर्ताओं से कह चुके हैं कि हमें 10 में से 10 सीटों पर जीत दर्ज करनी है, इसके लिए सभी अभी जुट से जाएगी. लखनऊ में हुई बीजेपी की कार्य समिति की बैठक में सीएम योगी ने कार्यकर्ताओं से कहा, 'साथियों निराश होने का कोई कारण नहीं है. 10 विधानसभा सीटों पर उपचुनावों में बीजेपी सफल होगी, लेकिन इसके लिए आज से ही एक-एक कार्यकर्ता को जुटना पड़ेगा.'

सपा अपनाएगी पीडीए का फॉर्मूला

कांग्रेस, सपा और बीएसपी भी उपचुनाव की तैयारियों में जुट गई हैं. लोकसभा चुनाव में जीत से कांग्रेस और सपा गदगद हैं. वो उपचुनाव में भी साथ मिलकर चुनाव लड़ सकती हैं. कहा जा रहा है कि कांग्रेस 10 में से 3 सीटों पर अपने कैंडिडेट उतार सकती है. सपा प्रमुख अखिलेश यादव लोकसभा चुनाव में हिट पीडीए (पिछड़ा, दलित और अगड़ा) फॉर्मूले के साथ एक बार उपचुनाव में उतर सकती है. अखिलेश को पूरा यकीन है कि उनका ये फॉर्मूला उपचुनाव में भी सफल होगा. वो उपचुनाव की तैयारियों में जुट गए हैं. वहीं, कांग्रेस भी सपा का साथ देने और अधिक से अधिक सीटों पर जीत दर्ज करने की रणनीति बना चुकी है.

यूपी की किन सीटों पर होंगे उपचुनाव

उत्तर प्रदेश की 10 में से 9 विधानसभा सीटों पर लोकसभा चुनाव में विधायकों के सांसद चुने जाने के बाद उपचुनाव कराए जा रहे हैं. कानपुर के सीसामऊ की सीट सपा एमएलए इरफान सोलंकी को सजा सुनाए जाने के बाद खाली हुई है. करहल, सीसामऊ, मिल्कीपुर, कटेहरी, कुंदरकी, खैर, गाजियाबाद, फूलपुर, मझवा और मीरापुर विधानसभा सीट पर विधानसभा उप चुनाव होने हैं. अब आइए जानते हैं कि इन सीटों पर कौन सा सियासी दल कितना मजबूत है.

10 सीटों पर उपचुनाव, कौन कितना मजबूत?

जिन 10 सीटों पर उपचुनाव होने हैं वहां 2022 के विधानसभा चुनाव में पांच सीटें समाजवादी पार्टी ने, तीन बीजेपी ने तो एक-एक सीट राष्ट्रीय लोक दल और निषाद पार्टी ने जीती थी. इन 10 सीटों में से तीन सीटों पर बहुत मजूबत स्थिति में दिखती है, क्योंकि 2008 से पार्टी यहां लगातार जीतती आई है. दो अन्य सीटें ऐसी हैं जिन पर सपा ने 3 में से 2 बार जीत दर्ज की है. तीन सीटों पर बीजेपी का दबदबा दिखता है, जिन पर पार्टी ने पिछले तीन चुनावों में दम दिखाया है. अब आइए सीटवार समझते हैं कि किस सीट पर कौन कितना मजबूत है.

1. करहल

सपा के लिए सबसे मजबूत सीट है, क्योंकि पार्टी ने पिछले तीन चुनावों में हर बार यह सीट जीती है. बीजेपी ने अपने चुनावी इतिहास में यह सीट कभी नहीं जीती है.

2. सीसामऊ

इस सीट को भी सपा का गढ़ कहना गलत नहीं होगा, क्योंकि पार्टी ने यहां से पिछले तीन चुनावों में लगातार जीत दर्ज की है. यहां मुसलमानों, ब्राह्मणों, दलितों का अच्छा प्रभाव है. 

3. मिल्कीपुर

2012 में यह सीट सपा और 2017 में बीजेपी ने जीती थी. 2022 में सपा ने बीजेपी को हराकर सीट दोबारा हासिल कर ली. यह सपा की मजबूत सीट है. यहां दलित और ब्राह्मण वोटर्स का अच्छा प्रभाव है.

4. कटेहरी

2012 में यह सीट एसपी और 2017 में बीएसपी ने जीती थी. यह सपा की मजबूत सीट है. इस सीट पर यादवों और दलितों का अच्छा प्रभाव है. 

5. कुंदरकी

यह सपा की बहुत मजबूत सीट है. सपा यहां 2012, 2017 और 2022 में जीती है. 

6. मझावां

2012 में यह सीट बीएसपी और 2017 में बीजेपी ने जीती थी. यह बीजेपी की मजबूत सीट है. यहां निषाद, दलित, मौर्य, ब्राह्मणों का प्रभाव है.

7. मीरापुर

2012 में यह सीट बीएसपी और 2017 में बीजेपी ने जीती थी. 2022 में आरएलडी ने सपा के साथ गठबंधन कर इस सीट पर जीत दर्ज की थी. यहां जाट और मुसलमान वोटर्स की संख्या काफी अधिक है.

8. खैर

2012 में यह सीट आरएलडी और 2017 में बीजेपी ने जीती थी. 2022 में बीजेपी ने बीएसपी को हराकर फिर जीत दर्ज की. यह बीजेपी की मजबूत सीट है. यहां जाट, ब्राह्मण, दलित और मुसलमान वोटर्स अधिक हैं.

9. फूलपुर

2012 में यह सीट सपा और 2017 में बीजेपी ने जीती थी. 2022 में बीजेपी ने एसपी को हराकर ये सीट जीती. यहां यादवों और दलितों का अच्छा प्रभाव है.

10. गाजियाबाद

2012 में यह सीट बीएसपी और 2017 में बीजेपी ने जीती थी. 2022 में बीजेपी ने यहां से जीत दर्ज की थी. यह बीजेपी की मजबूत सीट है. यहां जाटों और वैश्यों का अच्छा प्रभाव है. 

BJP कैसे करेगी 'वापसी' का खेला?

जेपी नड्डा, बीएल संतोष और सीएम योगी समेत पार्टी के सभी दिग्गज नेताओं ने उपचुनाव की रणनीति बनाने में अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. बीजेपी ने लोकसभा चुनाव में हार पर समीक्षा से सबक लेते हुए उप चुनाव के लिए रोडमैप तैयार किया है. पार्टी का पूरा फोकस दलित और ओबीसी वोटर्स को साधने पर लगाए. पार्टी खासकर दलितों की सुनेंगी. योगी सरकार में जो दलित मंत्री हैं और पार्टी के दलित मोर्चे के नेताओं से बातचीत की गई है और उपचुनाव की प्लानिंग पर जोर दिया है. ग्राउंड लेवल से जो नाम निकल कर आएंगे उनको ही चुनाव लड़वाया जाएगा. अपने इसी एजेंडे के सहारे बीजेपी लोकसभा चुनाव में मिली हार का बदला लेकर वापसी का खेला करेगी.  

Source : News Nation Bureau

Akhilesh Yadav UP By Elections 2024
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