भारतीय जनता पार्टी के 1984 में जीतने वाले दो सांसदों में से एक सी जंगा रेड्डी का शनिवार को निधन हो गया. उन्होंने कांग्रेस के बाद में प्रधानमंत्री बने नरसिम्हा राव को शिकस्त देकर अपनी लोकसभा सीट पक्की की थी. उनके निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गहरा दुख जताते हुए उनके बेटे से फोन पर बात कर शोक संतप्त परिवार को संबल दिया. 1984 में संसद पहुंचेने वाले भाजपा के दूसरे सांसद ए के पटेल थे. उन्होंने गुजरात के मेहसाणा से जीत दर्ज की थी. गौरतलब है कि 1984 के चुनाव में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को भी हार का सामना करना पड़ा था.
84 में जंगा रेड्डी समेत दो सासंद ही बने थे बीजेपी के
प्राप्त जानकारी के मुताबिक सी जंगा रेड्डी ने 1984 के लोकसभा चुनाव में आंध्र प्रदेश के हनमकोंडा संसदीय सीट पर पी वी नरसिम्हा राव को पराजित किया था, जो बाद में देश के प्रधानमंत्री बने. रेड्डी आंध्र प्रदेश विधानसभा के भी सदस्य रहे.
भाजपा के वरिष्ठ नेता सी जंगा रेड्डी का शनिवार को यहां एक अस्पताल में निधन हो गया. 87 वर्षीय जंगा रेड्डी फेफड़ों से संबंधित समस्या से जूझ रहे थे. भाजपा के लिए यह किसी आघात से कम नहीं है, क्योंकि 1984 में तत्कालीन पीेम इंदिरा गांधी की हत्या के बाद हुए चुनाव में कांग्रेस ऐतिहासिक जीत दर्ज करने में सफल रही थी.
पीएम ने जंगा रेड्डी के बेटे से की बात
प्रधानमंत्री ने एक ट्वीट में कहा, 'सी जंगा रेड्डी ने अपना पूरा जीवन सार्वजनिक सेवा में खपा दिया. जनसंघ और भाजपा को सफलता की नई ऊंचाइयों पर लेने जाने के प्रयासों का वह अभिन्न हिस्सा थे. उन्होंने लोगों के दिलों-दिमाग में अपनी जगह बनाई. उन्होंने कई कार्यकर्ताओं को प्रेरित किया. उनके निधन से दुखी हूं.' पीएम ने कहा कि जंगा रेड्डी भाजपा के विकास के बेहद नाजुक दौर में पार्टी की एक प्रभावी आवाज थे. उन्होंने जंगा रेड्डी के बेटे से फोन पर भी बात की और अपनी संवेदना प्रकट की.
HIGHLIGHTS
- इंदिरा गांधी की हत्या के बाद देश में थी सहानुभूति की लहर
- उसमें भी सी जंगा रेड्डी ने हैदराबाद से नरसिम्हा राव को हराया
- दूसरे जीत दर्ज करने वाली बीजेपी सांसद थे एके पटेल