नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के खिलाफ दिल्ली के कई इलाकों में विरोध प्रदर्शन हो रहा है. ये विरोध प्रदर्शन कई जगह हिंसा का रूप अख्तियार कर चुका है. जाफराबाद और मौजपुर में हिंसा की घटना हुई. उपद्रवी बड़ी बेरहमी के साथ आम लोगों को नुकसान पहुंचा रहे हैं.लोगों के घरों पर पत्थर फेंके गए, आग लगाई गई. यहां तक कि पेट्रोल पंप को भी आग के हवाले कर दिया गया. इस हिंसा में हेड कॉन्स्टेबल रतन लाल की मौत हो गई. वहीं कई पुलिसकर्मी जख्मी हुए हैं. छह पुलिसकर्मियों को अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है.
दिल्ली में हो रहे हिंसा पर राजनीतिक प्रतिक्रिया भी सामने आने लगी है. इसी के तहत कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने ट्वीट करके कहा, 'दिल्ली में आज की हिंसा परेशान करने वाली है. इसकी निंदा की जानी चाहिए. शांतिपूर्ण विरोध स्वस्थ लोकतंत्र का प्रतीक है, लेकिन हिंसा को कभी भी उचित नहीं ठहराया जा सकता है. मैं दिल्ली के नागरिकों से आग्रह करता हूं कि वे उकसावे में नहीं आएं और संयम, करुणा और समझ दिखाएं.'
The violence today in Delhi is disturbing & must be unequivocally condemned. Peaceful protests are a sign of a healthy democracy, but violence can never be justified. I urge the citizens of Delhi to show restraint, compassion & understanding no matter what the provocation.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) February 24, 2020
सीताराम येचुरी ने हिंसा के लिए केंद्र सरकार को ठहराया जिम्मेदार
वहीं, माकपा के महासचिव सीताराम येचुरी (Sitaram Yechury) ने सोमवार को दिल्ली में संशोधित नागरिकता अधिनियम को लेकर भड़की हिंसा के लिए केंद्र को जिम्मेदार ठहराया और सभी से शांति बनाए रखने की अपील की.
इसे भी पढ़ें:दिल्ली में हिंसा का अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की यात्रा से संबंध!, जानें क्या है पूरा मामला
येचुरी ने ट्वीट कर कहा, ‘शांति बनाए रखने की अत्यधिक आवश्यकता है. हम सभी से अपील करते हैं कि वे अफवाहों या किसी प्रकार के उकसावे के शिकार न हों. शांति बनाए रखें. हालांकि, यह जिम्मेदारी केंद्र सरकार की है जिसने बड़े भारतीय समुदाय की शिकायतों को दूर करने का कोई प्रयास नहीं किया.'
There is utmost need to maintain peace and calm. We appeal to everyone to not fall prey to rumours or incitements - Peace must be kept. The responsibility however, lies with the Union govt which has not made any attempt to address grievances of a large section of Indians. #Delhi
— Sitaram Yechury (@SitaramYechury) February 24, 2020
केजरीवाल ने हिंसा खत्म करने के लिए केंद्र और एलजी से लगाई गुहार
वहीं, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने हिंसक प्रदर्शन के बाद केंद्र सरकार से गुहार लगाई. केजरीवाल ने ट्वीट किया, 'दिल्ली के कुछ हिस्सों में शांति और सद्भाव में गड़बड़ी के बारे में बहुत परेशान करने वाली खबर है. मैं एलजी और केंद्रीय गृहमंत्री से कानून और व्यवस्था को बहाल करने का आग्रह करता हूं.'
और पढ़ें:उत्तर-पूर्वी दिल्ली में CAA को लेकर हिंसा, हेड कांस्टेबल की मौत; ACP-DCP घायल
मनु सिंघवी ने कहा- कपिल मिश्रा को जाने की अनुमति कैसे मिली
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने मौजपुर हिंसा पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा, 'सुप्रीम कोर्ट ने शाहीन बाग में मध्यस्थता की शुरुआत की. फिर पुलिस भड़काऊ नारा लगाने वाले बीजेपी नेता कपिल मिश्रा को ऐसी जगहों पर जाने की अनुमति कैसे दे सकती है?'
वहीं पुलिस प्रशासन दिल्ली में शांति बनाए रखने की पूरी कोशिश कर रहे हैं. उत्तर पूर्वी दिल्ली में हिंसा पर संयुक्त पुलिस आयुक्त (पूर्वी रेंज) आलोक कुमार ने बताया कि कई क्षेत्रों में पुलिस की तैनाती की गई है. जाफराबाद, सीलमपुर, मौजपुर, गोतमपुरी, भजनपुरा, चांद बाग, मुस्तफाबाद, वजीराबाद, शिव विहार में अशांति फैलने की आशंका है.