Modi Cabinet : नरेंद्र मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल को 2 साल पूरे होने के बाद पहली बार मंत्रिमंडल (Cabinet Expansion 2021) का विस्तार हुआ है. मोदी कैबिनेट ( Modi Cabinet Expansion ) से 13 मंत्रियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है, जबकि 43 मंत्रियों ने शपथ ग्रहण की. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने सभी मंत्रियों को शपथ दिलाई है. इस मंत्रिमंडल के माध्यम से पीएम मोदी ने उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव ( UP Assembly Election 2022 ) में जाति समीकरण को भी साधने का प्रयास किया है.
यूपी से कैबिनेट मंत्री- जातियों को साधने का प्रयास
अनुप्रिया पटेल के जरिए कुर्मी वोटर्स पर फोकस
· अनुप्रिया पटेल अपना दल ( एस ) की राष्ट्रीय अध्यक्ष और मिर्जापुर से सांसद हैं .
· कुर्मी वोटर्स के बीच उनकी अच्छी पकड़ मानी जाती है .
· वह मिर्जापुर से लगातार दूसरी बार सांसद बनी हैं .
· मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में भी वह केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल थीं .
· यूपी में कुर्मी वोटर्स 9-10% हैं . यही कारण है कि भाजपा ने यूपी में पार्टी की बागडोर कुर्मी नेता स्वतंत्र देव सिंह के हाथों में दी है .
· अनुप्रिया पटेल को केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल कर भाजपा यूपी विधानसभा चुनाव के लिहाज से इस वोट बैंक को साधने की कोशिश है .
बनवारी लाल वर्मा के जरिए लोधी वोटर्स पर नजर
. यूपी कंस्ट्रक्शन एवं डेवलपमेंट कॉरपोरेशन की जिम्मेदारी संभाल रहे बदायूं के बनवारी लाल वर्मा को राज्यसभा सदस्य बनाने के बाद केंद्रीय मंत्री बनाया गया है .
· इन्हें केंद्र में मंत्री बनाकर भाजपा ने रुहेलखंड के साथ आगरा मंडल को साधने की कोशिश की है .
· इन इलाकों में लोधी वोट बैंक सबसे ज्यादा है .
· बीएल वर्मा लोधी समाज के बड़े नेता और पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के करीबी रहे हैं .
· साल 2003 से 2007 तक दो बार भाजपा के प्रदेश मंत्री की जिम्मेदारी भी बीएल वर्मा ने संभाली है .
· यह भारतीय जनता पार्टी के ब्रज क्षेत्र के अध्यक्ष भी रहे हैं .
कौशल किशोर के जरिए दलित वोटर्स पर फोकस
· कौशल किशोर लखनऊ के मोहनलालगंज से लगातार दूसरी बार चुनकर लोकसभा पहुंचे हैं .
· वह अनुसूचित जाति से आते हैं और यूपी में भाजपा के बड़े दलित चेहरा हैं .
· सांसद कौशल किशोर सामाजिक कुरीतियों और मुद्दों को लेकर जन - जागरूकता अभियान चलाते हैं और इसके लिए काफी मशहूर हैं .
· उन्हें मोदी कैबिनेट में शामिल कर भाजपा ने 2022 में उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के नजरिए से दलित वोटरों को साधने की कोशिश की है .
· कौशल किशोर की इस समुदाय में अच्छी पैठ मानी जाती है .
· कौशल किशोर मुलायम सिंह यादव की सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं .
एसपी बघेल के जरिए पिछड़ा वोट बैंक पर फोकस
· सत्य प्रकाश सिंह बघेल वर्तमान में आगरा से भारतीय जनता पार्टी के सांसद हैं .
· इससे पहले वह समाजवादी पार्टी से तीन बार लोकसभा सांसद रहे हैं .
· एक बार बसपा से राज्यसभा भी पहुंच चुके हैं .
· उन्होंने साल 2017 के यूपी विधानसभा चुनाव में टुंडला से जीत दर्ज की थी .
· इसके बाद 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने उन्हें लोकसभा का टिकट दिया .
· वह सपा के गढ़ कहे जाने वाले इटावा से आते हैं और यूपी में पिछड़ा वर्ग के बड़े नेताओं में उनका नाम लिया जाता है .
· चूंकि यूपी की सत्ता में बने रहने के लिए गैर यादव ओबीसी वोटर्स भाजपा के लिए बहुत जरूरी हैं .
· इसलिए एसपी सिंह बघेल को केंद्रीय कैबिनेट में शामिल कर भाजपा यूपी मिशन 2022 के लिए रणनीति दुरुस्त करने की में है .
सांसद पंकज चौधरी और भानु प्रताप वर्मा- ओबीसी वोटों पर नज़र
· महराजगंज से भाजपा सांसद पंकज चौधरी का केंद्रीय मंत्री बने हैं .
· पंकज ने लोकसभा का चुनाव छठवीं बार जीता है .
· वह भी ओबीसी समुदाय से आते हैं .
· वहीं केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल होने वाले नए मंत्रियों में जालौन से भाजपा सांसद भानु प्रताप वर्मा भी शामिल हैं .
· वह भी ओबीसी समुदाय से आते हैं .
अजय मिश्रा : ब्राह्मण वोटों पर नज़र
· उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी से बीजेपी सांसद अजय मिश्र को भी मोदी कैबिनेट में मंत्री बनाया गया है .
· ब्राह्मण वोटरों को लुभाने के लिए बीजेपी का यह कदम काफी अहम है .
Source : News Nation Bureau